कोडरमा : डोमचांच की मसनोडीह पंचायत स्थित जियोरायडीह में बिरहोर परिवार के दो नवजात की मौत के मामले में जांच कमेटी ने प्रारंभिक रिपोर्ट उपायुक्त काे सौंपी है. कमेटी की ओर से फाइनल रिपोर्ट अभी उपायुक्त छवि रंजन को नहीं सौंपी गयी है.
बताया जाता है कि डीआरडीए निदेशक किरण बाला की अगुवाई में बनी जांच समिति की ओर से सौंपी गयी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को देख उपायुक्त ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. एक दो दिन में जांच समिति रिपोर्ट सौंपेगी. प्रारंभिक रिपोर्ट में जांच अधिकारियों ने बच्चों की मौत के मामले में इलाज की कमी को एक प्रमुख कारण माना है. डीआरडीए निदेशक किरण बाला ने बताया कि चूंकि महिला का प्रसव घर पर हुआ था और उसे पहले भी उचित सुविधा व प्रसव के बाद बेहतर इलाज समय पर नहीं मिला, इसकी जानकारी मिली है.
फिलहाल पूरी जानकारी जुटायी जा रही है. उन्होंने बताया कि उक्त गांव में मनरेगा के तहत 48 शौचालय का निर्माण कराया जायेगा. साथ ही आदिम जनजाति पेंशन योजना का लाभ भी बिरहोर परिवारों को दिया जायेगा. इधर, उपायुक्त छवि रंजन ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान आदिम जनजाति के संपूर्ण विकास के लिए गाइड लाइन दिया है. उन्होंने सभी बीडीओ को अपने प्रखंड में रह रहे
आदिवासियों की संख्या का सर्वे कर उनको अभी तक मिली योजना व उसकी स्थिति की जानकारी मांगी है. साथ ही उपायुक्त ने बिरहोर परिवारों की क्या जरूरत है, इसका भी एक डाटा मांगा है, ताकि योजना का लाभ इनको मिल सके. उल्लेखनीय है कि जियोरायडीह में सिकंदर बिरहोर व अंजली बिरहोरिन के दो नवजात बच्चों की मौत जन्म के एक माह बाद ही हो गयी थी. डॉक्टरों ने बच्चों की मौत का कारण निमोनिया बताया.