गुरुवार को मजदूरों ने किसी भी मजदूर को प्लांट के अंदर नहीं जाने दिया. हालांकि डीवीसी कर्मियों को नहीं रोका. धरनास्थल पर झाविमो के नगर अध्यक्ष अरशद खान, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष हासिम अंसारी, केद्रीय सदस्य सरवर खान आदि पहुंचे और मजदूरों से पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि प्रबंधन वार्ता करें, नहीं तो झाविमो भी आंदोलन में शामिल होगा. इधर, धरनास्थल पर पहुंची प्रदेश राजद अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि दो दिनों के अंदर प्रबंधन इस समस्या का समाधान निकाले. अन्यथा जरूरत पड़ी तो प्लांट को बंद करायेंगे और मजदूरों को उनका हक दिलायेंगे. उन्होंने कहा कि 2013 में भी आंदोलन कर मजदूरों का हक दिलाया था. जब सभी कंपनी एलाउंस दे रही है, तब आका कंपनी एलाउंस देने से कैसे इंकार कर सकती है.
उन्होंने मुख्य अभियंता से दूरभाष पर बातचीत करते हुए हड़ताल समाप्त कराने की मांग की. मौके पर जिप सदस्य शांति प्रिया, राजद नेता राजकुमार यादव, छोटे सरकार, मजदूरों में राजकुमार साव, गाजी अशरफ, सिकंदर यादव, रामचरित राणा, वरुण गिरि, दीपक गिरि, सतीश भारती, अजीत सिंह, रंजीत भारती, बहादुर यादव सहित भारी संख्या में मजदूर मौजूद थे.