मंगलवार को जांच दल में शामिल अंचलाधिकारी बालेश्वर राम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ अजीत कुमार मंडल, थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह व स्वास्थ्य कर्मी शैलेंद्र तिवारी ने पेठियाबागी रोड स्थित केजीएन क्लिनिक की जांच की. जांच के दौरान क्लिनिक संचालक जी खान निबंधन से संबंधित कोई प्रमाण पत्र पेश नहीं कर पाये, उन्होंने स्वीकार किया कि वे स्वयं ओपीडी करते है. टीम ने पाया कि उनका ओपीडी करना अवैध है. क्लिनिक में एक प्रसव टेबल व तीन बेड पाये गये.
प्रदूषण से संबंधित कोई कागजात नहीं मिले. क्लिनिक के अंदर गंदगी देखी गयी. मुख्य मार्ग स्थित नेशनल मेडिकल में जांच के दौरान प्रसव टेबल, ऑपरेशन टेबल, सेक्शन मशीन, ओटी टेबल, खाली ऑक्सीजन सिलिंडर पाया गया. क्लिनिक के अंदर गंदगी थी, पर डस्टबीन नहीं था. संचालक शहजाद कोई कागजात नहीं दिखा पाये. निबंधन नहीं मिलने पर दोनों क्लिनिकों को जांच दल ने अगले आदेश तक सील कर दिया है. सीओ बालेश्वर राम ने बताया कि जांच में जो बातें सामने आयी है, उसकी रिपोर्ट उपायुक्त को दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जब तक उपायुक्त का आदेश नहीं आता है, तब तक ये क्लिनिक सील रहेंगे. इधर, जांच दल जब थाना के पीछे संचालित अमजद क्लिनिक पहुंचा, तो क्लिनिक संचालक क्लिनिक बंद कर फरार पाया गया. सीओ ने उक्त क्लिनिक के संचालक पर प्राथमिकी दर्ज कराने की नोटिस जारी करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अगर दिन में क्लिनिक बंद मिलते है, तो रात में भी छापामारी की जायेगी. प्रशासन के इस कदम से झोला छाप चिकित्सकों, निजी प्रैक्टिसनरों, निजी क्लिनिक व मेडिकल दुकान की आड़ में क्लिनिक संचालित करनेवाले लोगों में हडकंप मच गया है.