खूंटी : गुड फ्राइडे यीशु ख्रीस्त के समय कहे गये सात वचनों पर मनन-चिंतन करने पर जोर देता है. प्रभु यीशु का क्रूस ढोना, क्रूस मृत्यु, प्रेम क्षमा व आशा का संदेश देता है. वास्तव में क्रूस ईश्वर के प्यार का प्रतीक है. उक्त बातें शुक्रवार को आरसी चर्च परिसर में बिशप विनय कंडुलना ने कही. गुड फ्राइडे के संदेश में बिशप ने कहा कि प्रभु यीशु की क्रूस मृत्यु वर्तमान युग के लिए अधिक प्रासंगिक है. समस्त मानव जाति द्वारा प्रभु के वचन (प्रेम, सेवा, क्षमा) को प्रतिबिंबित करना समय की मांग है.
मनुष्य के सुख-दुख को उन्होंने उसके कर्मों का फल बताया. यह भी कहा कि क्रूस दुखभोग के सामने सभी दुख नगण्य है. बिशप ने गुड फ्राइडे की ऐतिहासिक घटना को विश्वासियों के लिए यीशु का सृष्टि पर सर्वोत्तम बलिदान बताया.
मौके पर चर्च परिसर में जीवित क्रूस रास्ता का मंचन पीड़ीटोली के विश्वासियों ने किया. क्रूस की उपासना के बाद यीशु ख्रीस्त के दुखभोग की कथा पढ़ी गयी. 14 स्थानों की स्मृति व प्रार्थना की गयी. कार्यक्रम में फादर अगुस्तीन, फादर विशु बेंजामिन, बिनेदिक्त बारला, फादर इलियास, फादर जेवियर तोपनो, फादर रंजीत होरो, पीटर मुंडू, जेवियर बोदरा, अजीत बारला, अनमोल सुरीन, नेहमिया बारला, भूषण मिंज आदि मौजूद थे.