खूंटी : भूमि अधिग्रहण बिल का विरोध व रद्द करने की मांग को लेकर गुरुवार को जिला झामुमो कमेटी ने प्रखंड कार्यालय खूंटी के समक्ष धरना दिया. इसमें कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया. झामुमो जिलाध्यक्ष जुबेर अहमद व झामुमो महिला जिलाध्यक्ष स्नेहलता कंडुलना ने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासियाें की भूमि को हड़पने के लिए उक्त बिल लायी है. यह बिल पूंजीपतियों व कॉरपोरेट सेक्टर को लाभ पहुंचानेवाला है. कहा कि जब तक बिल वापस नहीं होता,
आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर झामुमो जिला उपाध्यक्ष मकसूद अंसारी, कांग्रेस पार्टी के सयुम अंसारी, विल्सन तोपनो ने कहा कि उक्त बिल जनहित में नहीं है. सरकार अविलंब इस बिल को रद्द करे, अन्यथा आंदोलन होगा. उषा धान, शांति होरो, देवानंद मुंडा ने कहा कि भाजपा की सरकार में आदिवासियों की जल, जंगल व जमीन सुरक्षित नहीं है. सबों को एकजुट होकर उक्त बिल को रद्द कराने की दिशा में आगे आना होगा. धरना में गुलशन सिंह मुंडा, शंकर सिंह मुंडा, सुभानी पूर्ति, संतोष होरो, सुखराम कैथा, देवानंद मुंडा, मनोज बोदरा, संदीप मुंडा, सूरज लुगून, बैजनाथ मुंडा, बासिंह मुंडा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे. एक अन्य जानकारी के मुताबिक अड़की मेें भी उक्त बिल को रद्द करने की मांग को लेकर झामुमो व सीपीआइ ने एकदिवसीय धरना दिया.