खूंटी: वैदिक मंत्राेच्चार के बीच भगवान जगन्नाथ सोमवार को दुर्गा मंदिर से वापस सीआरपीएफ 94 बटालियन परिसर स्थित मुख्य मंदिर में लाये गये. दुर्गा मंदिर मिश्राटोली से विधिवत पूजन आरती व मंगल घोष के बीच सभी विग्रहों को पवित्र रथ पर आसीन कराया गया. यहां भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. आरती में भी सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए. जय जगन्नाथ के उदघोष से पूरा क्षेत्र गूंजता रहा. इससे पूर्व रथ की भव्य सजावट की गयी.
सभी विग्रहों को रथ पर सवार करने के बाद शृंगार किया गया. वैदिक मंत्रोच्चार के बाद श्री विष्णु सहस्ननाम, स्तोत्रम पाठ एवं जगन्नाथ अष्टम के पाठ के बाद पूजा व आरती की गयी. वाहन रूपी रथ में रस्सा बांधा गया. फिर शुरू हुई घुरती रथयात्रा. रथयात्रा में काफी संख्या में जवान व ग्रामीणों के बीच रथ को खींचने की होड़ मची रही. भक्ति गीतों के बीच विशेष कर जवान नाचते व जयघोष करते चल रहे थे. शाम छह बजे के करीब सभी विग्रहों को सीआरपीएफ कैंप स्थित मंदिर में लाये जाने के साथ ही त्योहार धूमधाम के साथ संपन्न हो गया.
बुंडू. बुंडू में घुरती रथयात्रा हर्षोल्लास से सोमवार को संपन्न हो गया. रथ मेले को लेकर सुबह से ही गहमागहमी रही. रथ मेला देखने के लिए ग्रामीण सुबह से ही जुटने लगे थे. शाम तक मेला चरम पर पहुंच गया. दोपहर बाद मंदिर के पुरोहितों ने भगवान राधाकृष्ण के मूर्तियों को रथ पर सवार किया, संध्या में जयघोष के साथ भक्तों ने रथ की रस्सी खींचते हुए भगवान को अपने घर राधारानी मंदिर पहुंचाया. इस बीच जगह-जगह भक्तों ने रथ को रोककर भगवान पर पुष्पवर्षा कर पूजा-अर्चना किये.