मुरलीपहाड़ी : चम्पापुर गांव में एक अधेड़ की मौत हो गयी है. परिजनों का कहना है कि 52 वर्षीय मुबारक मियां पिछले तीन दिन से बैंक में पुराना नोट जमा करने के लिए चक्कर काट रहे थे. लेकिन वे जमा नहीं कर पाये. अंतत: शुक्रवार को वे भीषण रूप से बीमार पड़ गये और उसी दिन उनकी मौत हो गयी. परिजनों ने यह भी बताया कि मुबारक जहां काम करते थे
वहां के मालिक ने कुल दस हजार रुपये में 1000 व 500 के नोट दिये थे. नोटबंदी के कारण वे तीन दिन से बैंक में रुपया जमा कराने जा रहे थे. लेकिन भीड़ के कारण जमा नहीं कर पा रहे थे. जबकि बैंकों में जमा निकासी के लिए बुजुर्गों के लिए अलग से व्यवस्था की गयी थी. मुबारक की मौत के बाद परिवार में मातम है. वे गुमला में लकड़ी फाड़ने का काम करते थे. जहां से उन्हें रुपया मिला था. गुमला में ही उनका स्वास्थ्य बिगड़ा था और वे सोमवार को घर आये थे.
मृतक के परिजनों से मिले विधायक
मुबारक की मौत की खबर सुनने के बाद शनिवार को स्थानीय विधायक डॉ इरफान अंसारी ने उनके परिजनों से मुलाकत की और आर्थिक सहायत के रूप में तत्काल दो हजार रुपये दिये. साथ ही परिवारिक लाभ के तहत उसे राशि देने की अपील सीओ राकेश भूषण सिंह से की. कहा : इंदिरा आवास एवं अन्य सुविधायें भी परिजनों को उपलब्ध करायी जायेगी. विधायक ने कहा नोट बंदी के बाद कई जानें चली गयी हैं. मृतक परिवारों को एक-एक लाख रुपया मुआवजा दिये जाने की घोषणा की गयी है, जो काफी कम है.