टुंडी/जामताड़ा : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्यों ने मंगलवार की देर रात धनबाद के टुंडी व जामताड़ा जिले की सीमा पर नारायणपुर थाना अवस्थित घटियारी घाट में पुल निर्माण स्थल पर हमला किया.
रतनपुर पंचायत के बांदोबेड़ा में बराकर नदी पर बन रहे पुल निर्माण में लगे श्रमिकों के अस्थायी मकान को उड़ा दिया. निर्माण कंपनी मालती इंटरप्राइजेज के कार्यालय पर धावा बोला. धमाके में शिविर कैंप के तीन रूम ध्वस्त हो गये. मजदूरों व मिस्त्री की पिटाई की गयी. एक ट्रैक्टर और दो मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. वहीं टुंडी क्षेत्र में एक जेसीवी व ट्रैक्टर व अन्य सामान जला दिये गये.
100 नक्सली आये थे
रात लगभग 11 बजे लगभग एक सौ की संख्या में नक्सलियों ने कंपनी के अस्थायी कैंप बराकर के उस पार हमला बोला. मजदूरों को लोहे के रड व बंदूक के कुंदे से पीटा. उन्हें खंभे में बांध दिया और कहा कि मालिक को कहो कि जल्दी भेंट करे और जब तक भंेट नहीं करता है, तब तक ब्रिज निर्माण कार्य बंद रखो.
फिर कंपनी के मजदूरों को कैंप से बाहर निकाल कर मोबाइल लेकर अंदर फेंक दिया और धमाका कर दिया.
कैसे आये नक्सली
नक्सली धनबाद जिले के टुण्डी थाना क्षेत्र के जंगलों से बराकर नदी के घटियारी घाट में नाव पर चढ़कर कंपनी के कार्यालय तक पहुंचे. वहां कंपनी के मुंशी व गार्ड मौजूद थे. सभी नक्सली मुखौटा पहने हथियारों से लैस थे. आगजनी के लिए पेट्रोल का.
डिब्बा लेकर आये थे. घटना अंजाम के दौरान नक्सली कैंप में चल रहे जेनेरेटर को बंद कराया तथा लोगों से मोबाइल जब्त कर लिया. नक्सली बता रहे थे कि शोर-गुल मत करो. हमलोग पांच सौ की संख्या में हैं.
सुबह पहुंचे अधिकारी
बुधवार की सुबह जब धनबाद के आरक्षी अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक जेसीबी का चक्का जल रहा था. इसके बाद आइजी डॉ अरुण उरांव, एसपी नागेंद्र चौधरी, एसडीपीओ राजबली शर्मा, धनबाद एसपी अनूप टी मैथ्यू, एसआइ गुनेश्वर चौधरी, बिनोद सिंह, राम प्रवेश कुंवर, पुलिस इंस्पेक्टर एसएन सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारी भी पहुंचे.
पहले भी काम बंद कराया था
बताया जाता है कि पूर्व में भी नक्सलियों ने पुल निर्माण का काम बंद कराया गया था. पुल के 13 पिलर का पूरा काम हो चुका है. एक पिलर का सेटरिंग किया गया था, जबकि तीन स्पेन बाकी है. पुलिस नाव से उस पार गये और घटनास्थल का जायजा लिया. घायल मजदूरों को धनबाद इलाज के लिए भेजे जाने की खबर है.