काठीकुंड : प्रखंड के कई गांव ऐसे हैं,जहां आज भी बिजली के लाभ से ग्रामीण वंचित हैं. उग्रवाद प्रभावित बड़ाचापुड़िया पंचायत के बस्कीयां, जोगीडुबा व डुमरिया में आज तक एक अदद बल्ब नहीं जल पाया. जबकि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत सालों पहले पोल व तार खींचे जा चुके हैं. कहीं-कहीं तो अब खंभे गिर चुके हैं और तार चोरी हो चुकी है. बस्कीया ऊपर टोला में तो पोल लगाये तक नहीं गये हैं. बस्कीया नीचे टोला में बिजली जली तक नहीं,
लेकिन बिल वितरक हर महीने दरवाजे पर पहुंच जाता है. ग्रामीण भी बिना बिजली के बिल नहीं लेते हैं. ग्रामीण रामी रानी,दुर्गा देहरी, देवेंद्र देहरी,बुधनी देहरी सहित अन्य ने बताया कि पोल, तार व ट्रांसफाॅर्मर लगे कई साल हो गये लेकिन आज तक बिजली नहीं जल पायी है. ऐसे में बिजली बिल आने का क्या औचित्य? वहीं पंचायत के सिमरा, मयुरनाच, महुआपाथर, पिंडारी,ढिबरी, बोकवा,बागझोपा सहित अन्य कई गांव ऐसे हैं, जहां सालों से बिजली जल रही,लेकिन अभी तक उनका बिल चालू नहीं किया गया है. ऐसे में एक मुश्त बिजली बिल की बड़ी राशि कैसे चुकायेंगे, ग्रामीण यह सोचकर भी परेशान हैं. ग्रामीणों ने बिजली बिल देने के साथ साथ बिजली बिल जमा करने की सुविधा की मांग की है.