जामताड़ा : स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम जिले में सुस्त गति से चल रहा है. इस कारण एक नहीं, दो नहीं, अब तीसरी बार जिले को ओडीएफ घोषित करने के लिए तिथि निर्धारित की गयी है. नवंबर 2017 में जिले का खुले में शौच मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. गौरतलब है कि मोदी सरकार का सपना मिशन 2022 तक देश को खुले में शौच मुक्त भारत बनाना है. इसी उद्देश्य के साथ स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है. जामताड़ा जिले में यह मिशन अपने लक्ष्य से दूर है.
जिला प्रशासन दो-दो बार खुले में शौचमुक्त जिला बनाने की निर्धारित तिथि को फेल कर चुका है. जामताड़ा जिले को मार्च 2017 में खुले में ओडीएफ घोषित करना था. कार्य की धीमी गति के कारण उक्त तिथि को यह घोषणा नहीं हाे सकी. बाद में समय को बढ़ाकर सितंबर किया गया. यी भी फेल हो गया. अब नंवबर को जामताड़ा को ओडीएफ जिले बनाने की घोषणा की तिथि निर्धारित की गयी है. शौचालय निर्माण की गति धीमी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नवंबर को भी जामताड़ा जिला ओडीएफ नहीं हो पायेगी. जिले के कुल 118 पंचायतों में अभीतक मात्र 31 पंचायत का ही ओडीएफ घोषित किया गया है.
ओडीएफ पंचायत की संख्या
प्रखंड पंचायत ओडीएफ
जामताड़ा 22 01
करमाटांड़ 18 04
नाला 23 03
फतेहपुर 15 03
कुंडहित 15 07
नारायणपुर 25 10
दो बार बदली गयी ओडीएफ की तिथि
जामताड़ा जिले को ओडीएफ घोषित करने के दो-दो बार तिथि में बदलाव किया गया है. पहली तिथि मार्च 2017 निर्धारित थी. यह फेल हो गयी. इसके बाद सितंबर निर्धारित की गयी. यह तिथि भी फेल हो गयी. तीसरी बाद अब नवंबर को समय निर्धारित की गयी है.
हर सप्ताह जिले के विभिन्न प्रखंडों के पंचायतों को ओडीएफ घोषित की जा रही है. शौचालय का कार्य भी युद्ध स्तर पर हो रहा है. नवंबर में जामताड़ा जिले का ओडीएफ घोषित की जायेगी.
-रमेश कुमार दुबे, डीसी, जामताड़ा
81,776 शौचालय बनाने का लक्ष्य
जिले में 81,776 शौचालय बनाने का लक्ष्य है. अब तक 57, 651 शौचालय ही बना है. यही रफ्तार रही, तो निर्धारित समय नवंबर में भी जिला को ओडीएफ घोषित करना संभव नहीं हैं.