जमशेदपुर: 1996 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नीतीश भारद्वाज ने जनता दल प्रत्याशी इंदर सिंह नामधारी को 55,137 मतों से पराजित किया था. 25 प्रत्याशियों की दावेदारी के बीच यह चुनाव काफी रोचक हो गया था. लगातार भाजपा इस सीट पर हार रही थी.
झामुमो के नेता शैलेंद्र महतो लगातार दो बार चुनाव जीत चुके थे. लोकसभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने हैवीवेट कैंडिडेट इंदर सिंह नामधारी को जमशेदपुर भेजा. इंदर सिंह नामधारी के नाम की घोषणा काफी पहले हो गयी थी, जबकि भाजपा प्रत्याशी के बारे में कयास ही लगाये जा रहे थे. इस स्थिति में नामधारी लगातार सभा और हर समुदाय के साथ बैठकें कर रहे थे.
1996 के चुनाव में भाजपा ने बाहरी का प्रयोग करते हुए महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका में रहे नीतीश जनार्दन भारद्वाज को चुनाव मैदान में उतारा. नीतीश भारद्वाज के चुनाव मैदान में उतरते ही बाजी पलटने लगी. जिस क्षेत्र में भी नीतीश चुनाव-प्रचार के लिए जाते थे, उन्हें देखने और छूने के लिए लोगों का हुजूम लग जाता था. नीतीश भारद्वाज ने जीत हासिल की. इस चुनाव में दो बार के सांसद रहे शैलेंद्र महतो को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ, जबकि कांग्रेस पार्टी के केपी सिंह चौथे नंबर पर रहे.