जमशेदपुर: टेल्को क्षेत्र में टाटा मोटर्स के ड्राइव लाइन के एजीएम ब्रजेश सहाय और टाटा स्टील के मैनेजर रत्नेश राज पर घोडाबांधा में फायरिंग मामले में पुलिस जेल से सुराग ढूढ़ने में जुट गयी है. जिला पुलिस की टीम ने बुधवार को अखिलेश सिंह के भाई अमलेश सिंह और पंकज दुबे गिरोह के सदस्य हेसामुद्दीन उर्फ कबीर से पूछताछ की. अमलेश सिंह को बुधवार को जेल से कड़ी सुरक्षा में इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया है.
अस्पताल के कैदी वार्ड में पूर्व से इलाजरत कबीर व बुधवार को इलाज के लिए भरती कराये गये अमलेश सिंह से पुलिस ने घंटों पूछताछ की. पुलिस टीम को टेल्को क्षेत्र में कॉरपोरेट घराने के पदाधिकारियों पर हो रहे हमले के बारे में कोई सुराग नहीं मिला. एक टीम घाघीडीह जेल में कैदियों से मिलने जा रहे लोगों पर भी निगाह रख रही है.
10 संदिग्धों से पूछताछ जारी. टाटा स्टील के मैनेजर सह टय़ूब मेकर्स क्लब के पदाधिकारी रत्नेश राज पर फायरिंग मामले में दूसरे दिन भी पुलिस को सुराग नहीं मिला. पुलिस ने मामले में रत्नेश के मित्र डॉ आनंद सिंह से भी पूछताछ की. अभी तक कुल 10 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ में पुलिस को कुछ सफलता हाथ नहीं लगी है. दो डीएसपी के नेतृत्व में चार टीम गठित.रत्नेश राज पर फायरिंग मामले की जांच के लिए एसएसपी एवी होमकर के नेतृत्व में दो डीएसपी के लीडरशिप में चार पुलिस टीम का गठन किया गया है. सभी अलग-अलग बिंदु पर जांच कर रही है. डीएसपी बीएन सिंह तथा डीएसपी केएन चौधरी टीम के लीडर हैं.
रत्नेश को चाचा ने खरीद कर दी थी कार.रत्नेश बचपन से ही अपने चाचा बिरसानगर विजया गार्डेन निवासी अवधेश कुमार ओझा ने पाला है. उसकी पढ़ाई लिखाई से लेकर हर चीजों का ख्याल रखा. परिवार के लोगों की मानें तो उसके चाचा ने ही रत्नेश की नौकरी लगने के बाद टोयोला कॉलोरा कार खरीद कर दी थी.
रत्नेश के माता- पिता पहुंचे
घोड़ाबांधा गुरुकृपा अपार्टमेंट के सामने फायरिंग की घटना में घायल टाटा स्टील मोबाइल यूनिट के सेंट्रल सर्विस स्टेशन (इस्ट एंड रोड सेक्शन) के मैनेजर रत्नेश राज के माता-पिता तथा दादी बुधवार को छपरा के बनियापुर से शहर पहुंचे. पिता सुरेश कुमार ओझा सीसीयू के अंदर जाकर घायल रत्नेश से मिले. कुछ देर टीएमएच के सीसीयू के सामने खड़ा रहने के बाद सभी वापस बिरसानगर विजया गार्डेन चले गये. वहीं दूसरी तरफ रत्नेश की स्थिति में सुधार आया है. उसके लीवर से खून निकलना बंद हो गया है. होश आने के बाद रत्नेश ने मिलने आये लोगों को पहचानने की कोशिश की. बुधवार को अपराह्न् तीन बजे रत्नेश को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली मेदांता अस्पताल ले जाया जाना था, लेकिन अचानक चिकित्सकों की टीम का एयर एबुंलेस से शहर पहुंचने का कार्यक्रम रद्द हो गया. रत्नेश को गुरुवार को सुबह 11 बजे वेदांता अस्पताल ले जाया जायेगा. इसके अलावा दिन भर सीसीयू के बाहर रत्नेश के डॉक्टर मित्र आनंद सिंह समेत काफी लोग पल-पल रत्नेश की स्थिति से चिकित्सकों से रू-ब-रु हो रहे थे. टाटा स्टील के कुछ पदाधिकारी ने भी सीसीयू जाकर रत्नेश की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की.