वहीं एक अन्य स्कूल बिरसा भगवान आदिवासी उच्च विद्यालय, बहरागोड़ा ने जैक या फिर डीइओ से किसी प्रकार का कोई अनुरोध नहीं किया था. मिली जानकारी के अनुसार इस वजह से इस स्कूल के छात्रों को रजिस्ट्रेशन से वंचित रखा गया है. कुछ दिन पहले जिले के पांच हाई स्कूल की मान्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का आदेश एचआरडी सेक्रेट्री ने दिया था. एक जांच में यह बात सामने आयी थी कि इन स्कूलों का संचालन जैक की अोर से तय मापदंड के अनुसार नहीं हो रहा है.
जांच में यह सामने आया था कि कुछ स्कूल बगैर जमीन के ही संचालित किये जा रहे हैं. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने गैर सरकारी शिक्षक संध के अध्यक्ष मो. ताहिर हुसैन के नेतृत्व जैक अध्यक्ष के साथ ही एचआरडी सेक्रेट्री से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था. इस दौरान प्रबंधन ने अपना पत्र रखते हुए कहा था कि स्कूल में नौवीं के बच्चे पूर्व से पढ़ाई कर रहे हैं, अंतिम समय में वे कहां जायेंगे. इसके बाद मामले को लेकर प्रबंधन ने डीइओ राजकुमार सिंह से भी मुलाकात किया था. जिसके बाद डीइओ ने एक साल के लिए रजिस्ट्रेशन करने की अनुशंसा जैक से की. जिसको जैक ने मानते हुए रजिस्ट्रेशन करने की अनुमति दे दी है.