जमशेदपुर. श्री गुरु गोविंद सिंह जी की 350वीं जयंती को समर्पित और नववर्ष के मद्देनजर गुरुनानक सेवादल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कीर्तन दरबार 29 दिसंबर की शाम से आरंभ होगा. 23 दिसंबर से सुबह आठ बजे से 10 बजे तक चलने वाले साकची गुरुद्वारा में जपुजी साहिब का पाठ आरंभ हो गया है.
जपुजी साहिब का पाठ 27 दिसंबर तक रोजाना चलेगा. 27 दिसंबर को सुबह गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ आरंभ होगा. इसकी जानकारी गुरुनानक सेवा दल के अध्यक्ष हरविंदर सिंह मंटू और साकची गुरुद्वारा के कार्यकारी प्रधान गुरदेव सिंह राजा ने संयुक्त रूप से गुरुद्वारा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने कहा कि कीर्तन दरबार 29 दिसंबर की शाम छह बजे से आरंभ होगा. साकची गुरुद्वारा से शोभा यात्रा निकलकर साकची गुरुद्वारा मैदान में सजे पंडाल में पहुंचेगी.
इसके बाद कीर्तन दरबार आरंभ होगा. साकची गुरुद्वारा के कार्यकारी प्रधान गुरदेव सिंह राजा ने कहा कि गुरुनानक सेवा दल को हर तरह का सहयोग कमेटी दे रही है. इस मौके पर मनमोहन सिंह, श्याम सिंह, मानगो गुरुद्वारा के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, त्रिलोचन सिंह, पप्पी बाबा, हरजीत सिंह, राजविंदर सिंह, सुखदेव सिंह, दलबीर सिंह समेत कई मौजूद थे.
31 की रात में पुष्पवर्षा
31 दिसंबर की रात 12 बजे नववर्ष के आगमन पर कीर्तन दरबार के दौरान सजे पंडाल में विराजमान श्री गुरुग्रंथ साहिब पर पुष्पवर्षा की जायेगी. साथ ही ग्रंथी सुरेंद्र सिंह द्वारा सभी के लिए मंगलकामना की अरदास भी की जायेगी. दल के अध्यक्ष हरविंदर सिंह ने बताया कि कीर्तन दरबार में ज्ञानी बलदेव सिंह (लुघियाना वाले), दरबार साहिब के जत्था भाई कमलजीत सिंह और सिमरनजीत सिंह दोनों कीर्तन गायन करेंगे. 30 और 31 दिसंबर दोनों दिन गुरु का लंगर भी संगत के बीच वितरित होगा.