पीएन सिंह के खिलाफ रघुनाथ समर्थकों ने मोरचा खोला, कहा
जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन में संविधान संशोधन को लेकर चल रहे घटनाक्रम व ग्रेड में हो रहे विलंब पर रघुनाथ पांडेय खेमे ने पीएन सिंह के खिलाफ मोरचा खोल दिया है तथा उन पर कर्मचारियों के साथ तानाशाही बरतने का आरोप लगाया है.
तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा : ई सतीश कुमार
टय़ूब डिवीजन से कमेटी मेंबर ई सतीश कुमार ने कहा कि अध्यक्ष ने 2200 आपत्तियों को नहीं लिया जो कि उनकी तानाशाही रवैये को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से यूनियन चलाने की बजाय धमकी दी जा रही है. यह अच्छी परम्परा नहीं है.
कर्मचारियों की आवाज दबायी जा रही है : अश्विनी माथन
कमेटी मेंबर अश्विनी माथन ने कहा कि यूनियन अध्यक्ष और कितने लोगों को चाजर्शीट व सस्पेंड की धमकी देकर कर्मचारियों की आवाज को दबाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मजदूर व उनके प्रतिनिधि को फरजी बोलने वाले को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए.
हर स्तर पर विरोध किया जायेगा : सीएस झा
कमेटी मेंबर सीएस झा ने कहा कि अध्यक्ष के हर गलत काम का विरोध हर स्तर पर होगा. उन्होंने कहा कि एजीएम गलत तरीके से किया जा रहा है और इसके विरोध में श्रमायुक्त को लिखित शिकायत की गयी है. उन्होंने कहा कि यदि इस पर सुनवाई नहीं हुई तो 2500 मजदूर जुलूस की शक्ल में श्रमायुक्त से मिलेंगे.
जबरदस्ती नहीं चलती यूनियन : मुनेश्वर
कमेटी मेंबर मुनेश्वर पांडेय ने कहा कि जोर जबरदस्ती से यूनियन नहीं चलायी जा सकती है. कर्मचारियों ने मिल कर अध्यक्ष को चुना है अत: उनकी भावनाओं का ख्याल रखना ही होगा.
बंद नहीं होगी कर्मचारियों की आवाज : गोपाल-रुपेश
कमेटी मेंबर गोपाल राय व रुपेश ने कहा कि कर्मचारियों की आवाज बंद नहीं होगी बल्कि आने वाले समय में और भी मुखर होगी.
अध्यक्ष ने दिखायी कमजोरी : गुलाम मोइनुद्दीन-एके सिंह कमेटी मेंबर एके सिंह व गुलाम मोइनुद्दीन ने कहा कि अध्यक्ष ने धमकी देकर अपनी कमजोरी दिखायी. उन्होंने कहा कि इससे यूनियन के लोकतांत्रिक छवि धूमिल हुई है. उन्होंने कहा कि अभी मजदूरों की प्राथमिकता ग्रेड रिवीजन है न कि संविधान संशोधन. लेकिन वे इस पर उदासीन हैं. वे संविधान संशोधन की जल्दी में हैं.