मुख्य बातें
7 फरवरी से गायब था शंकर
8 को स्कूल कैंपस में दिखा था खून
जल्दी बंद कर दिया गया था स्कूल
सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची थी
13 को पुलिस ने कुआं व तालाब की छानबीन की
गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर कुएं से मिली लाश
लाश बाइक से बंधी थी.
बाइक पर गलत नंबर अंकित था
शंकर के माथे व गर्दन पर मिले चोट के निशान
कभी भाई व कभी मामा के पास रहता था
जमशेदपुर :
11 को पुलिस को दी गयी थी सूचना. शंकर के बड़े भाई लाल्टू प्रमाणिक ने उसके लापता होने की सूचना 11 फरवरी को पटमदा पुलिस को दी थी. उसने बताया कि वह अक्सर काम के लिए जमशेदपुर जाता था. इसलिए शुरू में लगा कि वह काम के सिलसिले में गया हुआ है.
दो विंदु पर जांच कर रही है पुलिस. पटमदा पुलिस चोरी का माल बंटवारा को लेकर या प्रेम-संबंध के कारण हत्या होने की बात कह रही है. उसी बिंदु पर जांच भी कर रही है. पुलिस का यह भी कहना है कि बाइक चोरी की है. उस पर लगा नंबरप्लेट, (जेएच 05 एस-4272) चेसिस व इंजन नंबर भी गलत है. जेएच05एस-4272 की बाइक बर्मामाइंस के इस्टप्लांट बस्ती के बीर कुंवर सिंह के नाम से है.
मूर्ति विसजर्न में शामिल था. लाल्टू ने बताया कि शंकर सात फरवरी को एक बैग लेकर काम पर गया था. शाम में गांव में सरस्वती पूजा के विसजर्न जुलूस में शामिल हुआ. उसके बाद वह गायब हो गया. अपने स्तर से कई जगहों पर उसकी खोजबीन की. मगर पता नहीं चला. आठ फरवरी की सुबह गांव स्थित विद्यालय कैंपस में खून का निशान दिखा. पुलिस ने भी खून देखा. मगर गहराई से तहकीकात नहीं की.