साथ ही सायरस मिस्त्री इन दोनों ही कंपनियों के चेयरमैन बने हुए हैं. इस बोर्ड मीटिंग में खुद सायरस मिस्त्री चेयरमैन के तौर पर रहेंगे. चूंकि, टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा हो चुके हैं और टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के चेयरमैन सायरस मिस्त्री रह गये हैं, ऐसे में दोनों कंपनियों में दो पावर सेंटर बन चुका है. यहां के अधिकारियों के समक्ष परेशानी है कि वे क्या करें.
पिछले हफ्ते इंडियन होटल्स के स्वतंत्र निदेशकों के सायरस मिस्त्री के पक्ष में खुलकर सामने आने के बाद सबकी नजरें टाटा मोटर्स और टाटा स्टील की बोर्ड की बैठक पर हैं. श्री मिस्त्री इसके भी चेयरमैन हैं. निदेशक बोर्ड की यह बैठक 14 नवंबर को होगी. टाटा मोटर्स के बोर्ड में छह स्वतंत्र निदेशक हैं. इनमें सुबोध भार्गव, नुस्ली वाडिया, रघुनाथ माशेलकर, विनेश जयरथ, फाल्गुनी नायर व नसीर मूनजी शामिल हैं. नुस्ली वाडिया व सुबोध भार्गव तो टाटा स्टील के बोर्ड में भी हैं. ऐसे में सबकी बोर्ड के सदस्यों पर नजर होगी. इसको लेकर अभी से ही अधिकारी चिंतित हैं.