जमशेदपुर: प्रखंड प्रमुख रवींद्र नाथ सिंह, उपप्रमुख अफजल अख्तर समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने बीडीओ के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. प्रमुख रवींद्र नाथ सिंह ने कहा कि सरकारी पदाधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों को अस्तित्व विहीन करना चाहते हैं.
गुरुवार को प्रशासनिक समिति की एक बैठक बुलायी गयी थी. लेकिन बैठक में बीडीओ, सीओ, सीआइ, जेइ व एई नहीं आये. इस वजह से बैठक को रद्द करना पड़ा. बीडीओ से वित्तीय वर्ष 2014-15 व 2015-16 एवं मनरेगा से संबंधित संपूर्ण आय-व्यय से ब्योरा मांगा गया था, लेकिन वे इसे प्रस्तुत नहीं करना चाहती हैं. उपप्रमुख अफजल अख्तर ने कहा कि प्रखंड प्रशिक्षण भवन की सुदृढ़ीकरण के कार्य को पंचायत समिति ने स्वीकृति नहीं दी है. बावजूद इसके बिना प्राक्कलन के करीब 7 लाख रुपये खर्च कर दिये गये. पंचायत समिति को पूछे बिना भुगतान किया जा रहा है.
यह बिलकुल गलत है. इसकी शिकायत जल्द ही वरीय अधिकारियों से की जायेगी. बैठक में उपप्रमुख अफजल अख्तर, बबिता करूआ, झरना पाल, संजय त्रिपाठी समेत अन्य मौजूद थे.
मनरेगा से संबंधित सारा आय-व्यय ऑनलाइन है. उसे देखा जा सकता है. यदि प्रमुख मांग रहे हैं तो उन्हें आय-व्यय का ब्योरा दे दिया जायेगा. प्रशिक्षण भवन का सुदृढ़ीकरण पंचायत समिति की स्वीकृति से ही हुआ है. इसमें कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है.
पारुल सिंह, बीडीओ जमशेदपुर