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टाटा मोटर्स: यूनियन ने नहीं ली बाइ सिक्स कर्मियों की सुध लिस्ट में नाम, पर स्थायी नहीं
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स कंपनी में बाइ सिक्स कर्मी स्थायीकरण की सूची में नाम आने के बाद भी स्थायी नहीं हो पा रहे है. विगत दस सालों में 40 से ज्यादा बाइ सिक्स कर्मी होंगे. जिनका नाम स्थायीकरण की सूची में आया,लेकिन मेडिकली फिट नहीं होने से कंपनी में स्थायी नहीं हो पाये. बाद में बाइ […]
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स कंपनी में बाइ सिक्स कर्मी स्थायीकरण की सूची में नाम आने के बाद भी स्थायी नहीं हो पा रहे है. विगत दस सालों में 40 से ज्यादा बाइ सिक्स कर्मी होंगे. जिनका नाम स्थायीकरण की सूची में आया,लेकिन मेडिकली फिट नहीं होने से कंपनी में स्थायी नहीं हो पाये. बाद में बाइ सिक्स की नौकरी भी चली गयी. ऐसे परिवार जीवन यापन के लिए दर- भदर भटक रहे है. जिनके पूर्वजों ने अपने खून पसीने से कंपनी को समृद्धि करने में अपनी अहम भूमिका निभायी थी.
लिस्ट में पहला नाम नहीं हो अब तक स्थायी. साल 2012 में प्रमोद कुमार का नाम बाइ सिक्स से स्थायी होने वाले कर्मचारियों की सूची में पहला था. मेडिकल जांच के बाद प्रमोद स्थायी नहीं हो पाया. उसकी बाइ सिक्स की नौकरी भी चली गयी. टेल्को के हसन अली का के साथ भी ऐसा ही हुआ. बाइ सिक्स से स्थायीकरण की सूची में उसका नाम आया,लेकिन स्थायी नहीं हो सका. न ही उसके परिवार के किसी आश्रित को कंपनी में नौकरी दी गयी.
सीनियरिटी से अब तक नहीं भरे गये रिक्त पद
प्रबंधन- यूनियन के बीच समझौते के बाद मेडिकली अनफिट से रिक्त सीटों पर आश्रित परिवार या कंपनी में कार्यरत किसी दूसरे बाइ सिक्स कर्मी को सीनियरिटी के अाधार पर स्थायी नहीं किया जा रहा है. प्रबंधन के साथ यूनियन इस मामले में चुप्पी साधे हुए है. यूनियन ने अगर मामले को गंभीरता से लिया होता तो बोनस समझौते से पहले ही रिक्त पदों पर बाइ सिक्स कर्मी स्थायी हो सकते हैं. टेल्को वर्कर्स यूनियन के बीच पूर्व महामंत्री स्वर्गीय गोपेश्वर के समय से हर साल प्रबंधन- यूनियन के बीच बोनस समझौते के दौरान कंपनी में बाइ सिक्स कर्मी कंपनी में स्थायी होते आये है.
वर्ष 2015 में तीन नहीं हो सके बहाल
साल 2015 में स्थायीकरण की लिस्ट में नाम आने के बाद भी तीन बाइ सिक्स कर्मी कंपनी में बहाल नहीं हो पाये. इंजन डिवीजन में सेकेंड लाइन में कार्यरत बाइ सिक्स कर्मी एसके विश्वास की मौत हो गयी. प्रेमनाथ सिंह कैंसर से ग्रसित हो गये. एक अन्य कर्मी भी मेडिकल के नाम पर लिस्ट में नाम आने के बाद भी न ही बाइ सिक्स कर्मी रहा न ही स्थायी हो सका.
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