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संविधान संशोधन पर सत्ता पक्ष में भी विरोध के स्वर

जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन के संविधान संशोधन को लेकर आम कर्मचारियों और कमेटी मेंबरों में विरोध के स्वर तेज हो चुके हैं. खास तौर पर कई ऐसे मुद्दे हैं, जिस पर कई आपत्तियां आने वाली हैं. वहीं संविधान संशोधन की कॉपी हिंदी में जारी करने और कमेटी मेंबरों को कम से कम एक-एक कॉपी उपलब्ध […]

जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन के संविधान संशोधन को लेकर आम कर्मचारियों और कमेटी मेंबरों में विरोध के स्वर तेज हो चुके हैं. खास तौर पर कई ऐसे मुद्दे हैं, जिस पर कई आपत्तियां आने वाली हैं.

वहीं संविधान संशोधन की कॉपी हिंदी में जारी करने और कमेटी मेंबरों को कम से कम एक-एक कॉपी उपलब्ध कराने की मांग की गयी है. यह मांग सत्ता पक्ष के ही कमेटी मेंबर भगवान सिंह ने कर दी है. श्री सिंह ने कहा है कि संविधान संशोधन को लेकर कमेटी मीटिंग में चर्चा करायी गयी थी, लेकिन किसी तरह का कोई फाइनल ड्राफ्ट तक तैयार नहीं किया गया है.

लिहाजा, इसको लेकर नये सिरे से फाइनल ड्राफ्ट तैयार कराया जाये और हिंदी में कमेटी मेंबरों को कॉपी उपलब्ध कराया जाये. कमेटी मेंबरों से अगर लोग पूछ रहे हैं तो वे लोग ज्यादा कुछ बता नहीं पा रहे हैं. वहीं, कंपनी के गेट पर भी इसकी कॉपी लगायी जानी चाहिए.

श्री सिंह ने बताया कि यह सत्ता का विरोध नहीं है, लेकिन यह सबकी मांग है, जिसको हम लोग यूनियन पदाधिकारियों के समक्ष रख रहे हैं. दूसरी ओर, टाटा स्टील के कर्मचारियों की बारीडीह दुर्गा पूजा मैदान में एक बैठक हुई. संजय सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कहा गया कि वर्तमान यूनियन अध्यक्ष कर्मचरियों के ग्रेड रिवीजन से ज्यादा अपनी कुर्सी को तरजीह दे रहे हैं. संविधान संशोधन पर अध्यक्ष के इस कार्यशैली से कर्मचारियों में रोष है. दो साल से ज्यादा ग्रेड का बकाया हो गया है, कर्मचारियों को एडहॉक नहीं दिलाकर संविधान संशोधन किया जा रहा है तो कई पदाधिकारी मुंबई टू गोवा की टूर में लगे हुए हैं. यह दर्शाता है कि मजदूरों के प्रति यूनियन की क्या गंभीरता है. इस बैठक में दिनेश कुमार, तनवीर, अवजल, संतोष मुखी समेत अन्य मौजूद थे.

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