जमशेदपुर: राष्ट्रीय उच्च पथ 33 के मरम्मत के लिए सरकार को ठेकेदार नहीं मिल रहा है. एनच 33 में रांची-टाटा मार्ग की मरम्मत के लिए सरकार ने 68.66 करोड़ का टेंडर निकाली था. निविदा भरने की अंतिम तिथि शुक्रवार तक किसी भी एजेंसी ने टेंडर नहीं डाला.
लिहाजा अब नये सिरे से मरम्मत कार्य का टेंडर निकालने की तैयारी चल रही है. पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय भूतल, उच्च पथ व ट्रांसपोर्ट मंत्री आस्कर फर्नाडिंस की सांसदों के साथ बैठक में सांसद प्रदीप कुमार बलमुचू, सांसद सुबोधकांत सहाय ने जजर्र एनएच 33 का मामला प्रमुखता से उठाया था.
जिसमें 31 दिसंबर तक काम पूरा नहीं करने पर एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने और राज्य सरकार से एनएच मरम्मत करवाने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद राज्य सरकार ने एनएच मरम्मत करने का टेंडर निकाला. लेकिन किसी एजेंसी ने इसमें दिलचस्पी नहीं ली. सांसद डॉ अजय कुमार भी एनएच मरम्मत के लिए एजेंसी से लेकर केंद्रीय मंत्री तक मामला उठा चुके है. क्या है वास्तविकता : एनएच 33 रांची निर्माण दो हिस्सों में फोर लेन निर्माण कार्य हो रहा है.
पहले हिस्से रांची से महुलिया व दूसरा महुलिया से बहरागोड़ा तक इसका निर्माण कराना है. रांची से महुलिया का काम मधुकॉन करा रहा है, जबकि दूसरे हिस्सा का काम सिमप्लेक्स कंपनी कर रही है. जनवरी 2014 प्रथम सप्ताह तक 40-45 फीसदी से ज्यादा काम नहीं हो पाया है. मेंटेनेंस के अभाव में सड़क की हालत और भी खराब हो गयी है.