आदित्यपुर. तकनीकी क्षेत्र में स्किल, स्पीड व स्पेस का महत्वपूर्ण स्थान है. यदि तीनों का मिश्रण है, तो दुनिया किसी भी कोने में गुणवत्ता निखरेगी. उक्त बातें पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया इस्टर्न रीजन के डीजीएम वीएम सिंह ने इंडो डेनिश टूल रूम में नये प्रशिक्षुओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहीं. पावर ग्रिड के सौजन्य से सीएसआर के तहत बिहार व झारखंड के विभिन्न जिलों से 360 छात्र-छात्राओं का चयन कर छह माह के प्रशिक्षण के लिए आइडीटीआर भेजा गया है.
उन्हें छह माह का सीएनसी लेथ, सीएनसी मिलिंग व वेल्डिंग का प्रशिक्षण मिलेगा. इस अवसर पर पावर ग्रिड पटना के एचआरडी प्रबंधक एके राय ने कहा कि हूनर और दक्षता बढ़ेगी तो देश का विकास होगा. उन्होंने छात्र-छात्राओं को अनुशासन में रहकर छह माह का प्रशिक्षण लेने की सलाह दी. कार्यक्रम में उपस्थित चीफ मैनेजर एसके दत्ता ने कहा कि अनुशासन से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है. यदि ओनेस्टी, सिंसियरिटी व डेडिकेशन है तो सफलता कदम चूमेगी. उन्होंने टूल रूम के प्रशिक्षण व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि पूर्व में भी यहां से काफी बच्चों को प्रशिक्षण दिलाया गया है जो आज अपने पैरों पर खडे हैं.
प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को प्रतिमाह तीन हजार मिलेगा स्टाइपन : श्री दत्ता ने कहा कि बच्चों को प्रशिक्षण के दौरान प्रतिमाह तीन हजार रुपए स्टाइपन दिया जायेगा. कार्यक्रम में उपस्थित टूल रूम के सीनियर मैनेजर ट्रेनिंग रतन दास गुप्ता ने बच्चों को संबोधित करते हुए अनुशासन में रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि छह महीने सब कुछ भूलकर केवल प्रशिक्षण पर घ्यान दें तो उनका शत-प्रतिशत प्लेसमेंट संभव है. इस अवसर पर गम्हरिया प्रखंड प्रमुख अमृता टुडू व रापचा की मुखिया सुकमती मार्डी ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन कुंदन साही ने किया. इस अवसर पर प्रितेश ठाकुर, ज्योति रजक, श्रीमती प्रियंका, सुमित सिंह कोहली, नवीन सिंह समेत पावर ग्रिड के अधिकारी व प्रशिक्षु उपस्थित थे.