आदित्यपुर: एनआइटी जमशेदपुर के दैनिक वेतनभोगी 18 कर्मचारी काम पर वापस लेने की मांग को लेकर अपना धरना जारी रखेंगे. यह निर्णय कर्मचारियों के प्रतिनिधियों की संस्थान प्रबंधन व प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ हुई वार्ता के बाद लिया गया.
इस मामले को लेकर हुई बैठक में संस्थान के निदेशक प्रो रामबाबू कोडाली, डीन एएम तिग्गा, रजिस्ट्रार प्रो एमके अग्रवाल, सुरक्षा अधिकारी दीपक चौरसिया, सीओ शुभ्रा रानी, आरआइटी थाना प्रभारी अमरजीत प्रसाद उपस्थित थे. कर्मचारियों को स्पष्ट शब्दों में बताया गया कि विभाग के नियमानुसार अब दैनिक वेतन पर काम पर नहीं रखा जा सकता है और न ही उन्हें स्थायी किया जा सकता है. काम करने के लिए उन्हें सोसायटी का गठन कर एक साल के अनुबंध पर काम करना होगा. योग्यता के अनुसार उक्त 18 व्यक्तियों को अलग-अलग प्रकार के काम दिये जायेंगे व सरकारी नियमानुसार वेतन व अन्य सुविधाएं दी जायेगी. सोसायटी गठन में संस्थान प्रबंधन उनकी मदद करेगा.
विधायक की उपस्थिति में करेंगे वार्ता : दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को संस्थान प्रबंधन व प्रशासन द्वारा धरना को समाप्त करने के लिए कहा गया, लेकिन वे नहीं माने और कहा कि 13 जून को ईचागढ़ विधायक साधु चरण महतो की उपस्थिति में वार्ता के बाद ही इस पर कोई निर्णय लेंगे. धरना को समर्थन देने के लिए कांग्रेस नेता केपी सोरेन, शानबाबू मुखी, लालबाबू सरदार व भाजपा संजय सरदार धरना स्थल पर पहुंचे.