इस मामले में जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ डीपी शुक्ला ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि उक्त शिक्षक को सोशल साइंस के लिए पत्र प्राप्त हुअा था, लेकिन वे संस्कृत के शिक्षक थे. डॉ शुक्ला ने कहा कि कॉपी जांच करने से पहले ही उक्त शिक्षक के सर्टिफिकेट अौर पत्र का मिलान कर गड़बड़ी पकड़ ली गयी अौर उससे कॉपी नहीं जांच करवायी गयी है.
फिलहाल इस मामले में विभाग की अोर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है. विभाग उक्त पत्र के अालोक में अपने स्तर पर जांच करेगा.