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ज्वेलर्स व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा: 40,000 के लिए की हत्या

जमशेदपुर: मानगो के अलंकरण ज्वेलर्स के मालिक संतोष वर्मा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 40 हजार रुपये लूटने और पहचान लेने पर अपराधियों ने उसकी हत्या की. इस मामले में पुलिस ने रफी अहमद उर्फ राजू तथा बाबू उर्फ मो बसीर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक देसी पिस्टल, […]

जमशेदपुर: मानगो के अलंकरण ज्वेलर्स के मालिक संतोष वर्मा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 40 हजार रुपये लूटने और पहचान लेने पर अपराधियों ने उसकी हत्या की. इस मामले में पुलिस ने रफी अहमद उर्फ राजू तथा बाबू उर्फ मो बसीर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक देसी पिस्टल, दो जिंदा गोली, संतोष के मोबाइल फोन का टूटा हुआ सिमकार्ड बरामद किया गया है. पुलिस फरार मो आरिफ की तलाश कर रही है. एसएसपी एचवी होमकर ने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इस हत्याकांड का परदाफाश किया. उन्होंने कहा कि संतोष की हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गयी. हत्या करने के लिए अपराधियों द्वारा पिस्तौल भी लायी गयी थी, लेकिन आरिफ ने पकड़े जाने के भय से पत्थर से कुचल कर संतोष की हत्या कर दी.

आरिफ दुकान से ले गया था
संतोष और आरिफ पूर्व से परिचित थे. आरिफ ने संतोष को बोड़ाम में सस्ते दाम पर इंडिका कार दिलाने की बात कह कर अपने जाल में फंसाया था. 29 नवंबर की शाम आरिफ, संतोष की दुकान पर पहुंचा. इंडिका दिलाने के नाम पर शाम छह बजे संतोष की बाइक (जेएच05पी-7966) पर सवार होकर आरिफ उसे बोड़ाम थाना के हलुदबनी काली मंदिर रोड स्थित जंगल की ओर ले गया. वहां आरिफ के सहयोगी रफी अहमद और बाबू मौजूद थे. तीनों ने संतोष से कार का एडवांस देने के लिए रखे 40 हजार रुपये लूट लिये. संतोष द्वारा विरोध करने पर हाथापायी की. संतोष ने आरिफ के दोनों सहयोगियों को पहचान लिया था. पकड़े जाने के भय से तीनों ने उसकी हत्या कर दी. तीनों संतोष की बाइक से फरार होना चाहते थे, लेकिन संतोष की बाइक की चाबी गुम हो जाने पर तीनों पैदल फरार हो गये.

रफी और बाबू जा चुके हैं जेल
रफी और बाबू पूर्व में ठगबाजी और चोरी के मामले में जेल जा चुके हैं. आरिफ भी दोनों के साथ मिल कर ठगी और चोरी की घटना को अंजाम देता था. हालांकि पुलिस रिकॉर्ड में नाम नहीं आने पर आरिफ बच रहा था.

एक-एक हजार रु देकर फरार
संतोष की हत्या के बाद आरिफ अपने सहयोगी रफी अहमद और बाबू को एक-एक हजार रुपये देकर फरार हो गया. तीनों ने मिल कर संतोष से 40 हजार रुपये लूटे थे. 38 हजार रुपये का बाद में बंटवारा करने की बात कह कर आरिफ चला गया था.

महिला से लंबे समय से दोस्ती थी
संतोष की हत्या के बाद पुलिस प्रेम प्रसंग के बिंदु पर भी जांच कर रही थी. पुलिस को संतोष के मोबाइल डिटेल के आधार पर पता चला कि उसकी एक महिला से दोस्ती है. दोनों के बीच लंबी बातचीत होती थी.

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