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‘महंगाई से ज्यादा मिल रहा है वेतन’

जमशेदपुर: कर्मचारियों को महंगाई से ज्यादा वेतन दिया जा रहा है.उक्त बातें कंपनी के कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन को लेकर दूसरे दिन हुई वार्ता में टाटा स्टील मैनेजमेंट ने कही. बैठक में कंपनी के वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी समेत एचआर के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में यूनियन की ओर से दलील दी गयी […]

जमशेदपुर: कर्मचारियों को महंगाई से ज्यादा वेतन दिया जा रहा है.उक्त बातें कंपनी के कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन को लेकर दूसरे दिन हुई वार्ता में टाटा स्टील मैनेजमेंट ने कही.

बैठक में कंपनी के वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी समेत एचआर के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में यूनियन की ओर से दलील दी गयी कि ग्रेड रिवीजन को लेकर वेतन की बढ़ोतरी कम से कम पांच साल के लिए कर दिया जाये और बेहतर एमजीबी (मिनिमम गारंटीड बेनीफिट) दिया जाये. कर्मचारियों के प्रतिनिधि यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी और महामंत्री बीके डिंडा ने कहा कि महंगाई काफी ज्यादा हो गयी है, लिहाजा, वेतन बढ़ाना जरूरी है. इस पर वीपी एचआरएम ने कहा कि महंगाई के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है. पिछली बार के वेज रिवीजन में ही बेहतर समझौता किया गया था, लिहाजा, राशि महंगाई से अधिक मिल रही है.

एआइसीपीआइ का आंकड़ा मैनेजमेंट ने पेश किया:मंगलवार को हुई बैठक में मैनेजमेंट की ओर से ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का आंकड़े पेश किया गया. एआइसीपीआइ की विस्तृत जानकारी दी गयी. इस दौरान यह बताने की कोशिश की गयी कि कर्मचारियों का वेतन काफी अधिक है.

आंकड़ा पेश करने में यूनियन विफल:वेज रिवीजन को लेकर हो रही बातचीत के दौरान यूनियन की ओर से ज्यादा वर्कआउट नहीं किया गया है. यह वार्ता के दौरान दिख भी रहा है. मैनेजमेंट एकतरफा आंकड़ा पेश कर रही है, लेकिन यूनियन की ओर से इसको लेकर कोई आंकड़ा पेश नहीं किया गया है. टाटा स्टील मैनेजमेंट और यूनियन के बीच समय को लेकर पेंच बरकरार है. मैनेजमेंट पांच साल को नहीं मान रही है और सात साल पर ही अटकी हुई है जबकि यूनियन चाह रही है कि हर हाल में पांच साल का ही वेज रिवीजन हो.

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