जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनाव में अभी आठ माह से भी अधिक समय बाकी है लेकिन अभी से इसे लेकर समीकरण बनने और बिगड़ने लगे हैं. चुनाव को लेकर नयी तैयारी चल रही है.
नये समीकरण के तहत अध्यक्ष पीएन सिंह के साथ चुनाव लड़ने वाले महामंत्री बीके डिंडा पूरी तरह उनसे अलग हो चुके हैं और उनकी राह अलग हो चुकी है. पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय के साथ यूनियन के महामंत्री बीके डिंडा और उनके खेमे की नजदीकियां जाहिर हो चुकी हैं. कमेटी मीटिंग में एक साथ बोलना और एक ही मुद्दे पर रहने से लेकर रिक्वीजिशन मीटिंग का आवेदन देने वाले कमेटी मेंबरों का समायोजन में भी उनकी अहम भूमिका है. चूंकि, अब महामंत्री, रघुनाथ पांडेय के साथ हो चुके हैं, इस कारण उनके साथ दिख रहे कोषाध्यक्ष आर रवि प्रसाद और उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम वर्तमान में अध्यक्ष पीएन सिंह के साथ हैं और अध्यक्ष भी दोनों पर विश्वास करने भी लगे हैं.
वैसे श्री आलम और श्री रवि इससे पहले आरबीबी सिंह और रघुनाथ पांडेय के साथ भी रह चुके हैं. श्री आलम और श्री रवि के साथ मजबूरी है. पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय के खेमे में पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह शामिल हैं, जो उनके धूर विरोधी है. वहीं, डिंडा खेमे के कमेटी मेंबरों का विरोध भी होने की सुगबुगाहट है. ऐसे में उनके पास सीमित विकल्प है.
टुन्नू वेट एंड वाच की स्थिति में डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु हर बार की तरह इस बार भी दीवार पर ही खड़े हैं. वे हर गुट में लगे हुए हैं और सेंधमारी कर अपनी जगह को सुनिश्चित रखना चाहते हैं. चुनाव तक काफी उतार चढ़ाव होने की स्थिति में वे वेट एंड वाच की स्थिति में बने हुए हैं.