जमशेदपुर: जमशेदपुर प्रखंड में मनरेगा योजना के तहत गार्डवाल निर्माण की मेजरमेंट बुक (एमबी) में छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है. उप विकास आयुक्त अजीत शंकर ने जमशेदपुर बीडीओ से इस संबंध में तीन दिनों के अंदर चार बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है.
एमबी में की गयी छेड़छाड़ एवं मनमानी के लिए दोषी पदाधिकारी, कर्मचारी को चिह्न्ति करने को कहा है, ताकि दोषी के खिलाफ कानूनी एवं विभागीय कार्रवाई की जा सके. बीडीओ को भेजे पत्र में लिखा है कि प्रथम दृष्टया मामला आपराधिक कृत्य का है और इसमें सरकारी राशि के दुरुपयोग की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. क्या है मामला: गार्डवाल निर्माण मामले में शिकायत की जांच मूल अभिलेख से कराये जाने पर भुगतान 6,57,000 रुपये है, जबकि एमबी में अग्रिम राशि 9,05,500 रुपये अंकित है. एमआइएस में 1075478 रुपये है.
बीडीओ द्वारा उपलब्ध करायी गयी एमबी की पृष्ठ संख्या 22, 23 पर हस्ताक्षर नहीं है, जबकि शिकायतकर्ता को दिये गये पृष्ठ पर हस्ताक्षर है. इससे पता चलता है कि एमबी के साथ छेड़छाड़ करते हुए हस्ताक्षर वाले स्थान को साटा गया है.