जमशेदपुर: स्कूली वाहनों में ओवर लोडिंग रोकने के लिए उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने जमशेदपुर अभिभावक संघ के साथ बैठक की. इसमें संघ के प्रतिनिधियों द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के आदेश हवाला देते हुए उसका पालन करने की मांग की गयी. साथ ही कुछ दिनों तक अभियान चला कर भाड़ा बढ़ जाने और उसके बाद अभियान रोक दिये जाने की परंपरा पर रोक लगाते हुए नियमित जांच की मांग रखी गयी.
उपायुक्त ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मंगाने और डीटीओ व ट्रैफिक डीएसपी से बात कर ओवर लोडिंग रोकने के लिए लगातार अभियान चलाने की बात संघ के प्रतिनिधियों को कही.
बैठक में एडीएम अजीत शंकर, प्रशिक्षु आइएएस डॉ नेहा अरोड़ा, अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार, रेणू सिंह, रीता, वरुण कुमार, नीलम सिंह, विनीता मिश्र उपस्थित थे.
अभिभावक संघ ने डीसी के समक्ष रखी बात
बस पर चालक का मोबाइल नंबर अंकित किया जाये
निजी स्कूली वाहन व स्कूली गाड़ियों को पीले रंग में रंगा जाये
निजी स्कूली वाहन पर ऑन स्कूल ड्यूटी व स्कूली गाड़ियों पर स्कूल बस लिखा हो
पेट्रोल टेंपो में 5, डीजल टेंपो में 8, वैन में 10/12, मिनी बस में 28/30, बड़ी बस में 45 से ज्यादा बच्चे ड्राइवर समेत न बैठें
ड्राइविंग सीट पर किसी बच्चे को न बैठाया जाये
न्यायाधिकरण के आदेशानुसार शुल्क निर्धारण के लिए कमेटी गठित की जाये
कमेटी का गठन होने तक निजी स्कूल वाहन का किराया प्रति किमी (1.75 रुप्रति किमी) के हिसाब से तय हो.भाड़ा निर्धारण का मुद्दा भी उठाया:त्न कदमा भाटिया बस्ती से साकची तक का शेयर ऑटो में बड़ों का किराया 8 रुपये और छात्रों का किराया 7 रुपये है, दूरी 4 किमी है, प्रति किमी 1.75 रुपये भाटिया बस्ती से राजेंद्र विद्यालय या कान्वेंट स्कूल का किराया(आने -जाने का) एक छात्र का एक दिन का 14 रु.महीने का 420 रु और साल का 5040 रुपये है. 365 दिन में से 140 दिन स्कूल की छुट्टी रहती है, शेष 225 दिन ही बच्चे स्कूल जाते हैं. इसके अनुसार 14 रु. प्रतिदिन, 225 दिन का 3150 रुपये बच्चों पर खर्च आता है. वाहन चालकों को बिना स्कूल ले जाने के 1890 रुपये अभिभावकों से मिलेंगे.