जमशेदपुर : संताली साहित्यकार व सिने अभिनेता पीतांबर सोरेन का शुक्रवार का दिल का दौरा आने से निधन हो गया. बोकारो स्थित उनके आवास में उन्होंने अंतिम सांस ली. वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे.
वे ओडिशा के तिरिंग प्रखंड क्षेत्र के मूलवासी थे. उन्हें झारखंड, बंगाल व बिहार समेत आदिवासी बहुल क्षेत्रों में संताली फिल्म अभिनेता व स्टोरी राइटर के रुप में जाना जाता हैं. वे नब्बे के दशक से संताली सिनेमा में सक्रिय रहे हैं. नब्बे के दशक में दुलू फिल्म प्रोडक्शन के बैनर वे आशा रेनाअ सिंदुर साड़ी ऑडियो का निर्माण कर चुके हैं.
लौहनगरी जमशेदपुर में आइसफा व रास्का फिल्म फेस्टिवल के दौरान उन्हें कई तरह के पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. उनके द्वारा लिखित फिल्म आमीञ दुलाड़ में को 2014 में बेस्ट संताली फिल्म का अवार्ड मिल चुका है.
इसी फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट स्टोरी राइटर का पुरस्कार भी मिला है. वे सुलुक, आमीञ दुलाड़ में, आशा दोलान सरीखी कई फिल्मों व कई संताली नाटकों में अपने अभिनय का जौहर दिखा चुके हैं. हाल के दिनों में वे बड़े प्रोजेक्ट में काम रहे थे. 1857 की सिपाही विद्रोह पर आधार संताली फिल्म की स्टोरी लिख रहे थे.