जमशेदपुर : साकची रामलीला मैदान में रविवार (6 अक्तूबर) से रामलीला महोत्सव की शुरुआत होगी. इस रामलीला के तहत 6 से 14 अक्तूबर के बीच रामकथा के विविध प्रसंगों का सिलसिलेवार मंचन होगा जिसके लिए जनक धाम से सत्यसागर बंधु कला परिषद् के कलाकार जमशेदपुर पहुंच रहे हैं.
मैदान के अतिक्रमण से हो रही परेशानी : रामलीला उत्सव समिति के अध्यक्ष रामफल मिश्र ने पत्रकारों को उक्त जानकारी देते हुए दुख जताया कि समिति तो अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाये रखने के लिए कृत संकल्प है, लेकिन रामलीला मैदान के लगातार होते अतिक्रमण को बार-बार शिकायत के बाद भी नहीं हटाये जाने से इसमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 1922 से हो रहा है आयोजन : श्री मिश्र ने बताया कि सन 1922 में रामस्नेही मिश्र ने लामलीला उत्सव समिति की स्थापना की थी, जिसके बाद से ही प्रति वर्ष रामलीला का आयोजन होता आ रहा है. एकमात्र पुराने कलाकार बचे हैं : पुरानी समय में आयोजित होने वाली रामलीला के कलाकारों में से अब मात्र एक कलाकार, बृजपाल सिंह जीवित बचे हैं. श्री मिश्र ने बताया कि तब की रामलीला में वे मेघनाद और विभीषण जैसे पात्रों की भूमिका निभाया करते थे.
ये थे उपस्थित: संवाददाता सम्मेलन में संरक्षक डॉ डीपी शुक्ला, महामंत्री मुन्ना बाबू गुप्ता, कमला सिंह, विजय कुमार तिवारी, नंदकुमार मिश्र, कोषाध्यक्ष राम केवल मिश्र, विद्या प्रसाद शुक्ला आदि अनेक पदाधिकारी भी शामिल थे.