जमशेदपुर: टाटा स्टील कर्मचारियों को बोनस के रूप में 180.5 करोड़ रुपये (16.01}) देने के समझौते के साथ ही बोनस को लेकर चल रही अनिश्चितता समाप्त हो गयी. बोनस समझौते में प्रबंध निदेशक एचएम नेरुरकर के विशेष प्रयास की यूनियन व विपक्षी खेमे ने सराहना की. बोनस समझौते में फंस रही टाटा वर्कर्स यूनियन को […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील कर्मचारियों को बोनस के रूप में 180.5 करोड़ रुपये (16.01}) देने के समझौते के साथ ही बोनस को लेकर चल रही अनिश्चितता समाप्त हो गयी. बोनस समझौते में प्रबंध निदेशक एचएम नेरुरकर के विशेष प्रयास की यूनियन व विपक्षी खेमे ने सराहना की.
बोनस समझौते में फंस रही टाटा वर्कर्स यूनियन को विशेष परिस्थिति में एमडी ने राहत प्रदान की. फॉमरूला के अनुसार बोनस राशि 148.9 करोड़ रुपये ही पहुंच रही थी, जिसे प्रबंध निदेशक ने बढ़ा कर 180.5 करोड़ रुपये किया. बोनस समझौते के फॉमरूले को लेकर किरकिरी ङोल रही पीएन सिंह एंड टीम की वैतरणी डेमिंग अवार्ड व प्रधानमंत्री ट्रॉफी के सहारे पार हुई. विशेष परिस्थिति मानते हुए बोनस राशि में डेमिंग पुरस्कार के लिए 6 करोड़ व प्रधानमंत्री ट्रॉफी के लिए 4 करोड़ रुपये जोड़े गये.
टाटा स्टील ने मारी बाजी
बोनस को लेकर टाइम फ्रेम के संबंध में इस बार टाटा स्टील ने बाजी मार ली है. टायो को छोड़ कर अन्य सभी कंपनियों में बोनस समझौता अभी वार्ता के दौर में है. अमूमन, कई कंपनियों में बोनस होने के बाद ही टाटा स्टील में बोनस समझौता होता था. अगर इंग्लिश कैलेंडर को देखें तो इस बार समझौता पिछली बार से काफी पहले कर दिया गया है. वहीं, अगर नवरात्र या दुर्गापूजा को आधार बनाया जाये तो भी टाटा स्टील में इस बार समय से पहले समझौता हुआ है.