जमशेदपुर: उत्क्रमित उच्च विद्यालय, खुकड़ाडीह में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में आधारभूत संरचना, संसाधन और उपस्कर नहीं होने की वजह से पठन पाठन बाधित हो रहा है. वर्ष 2011 में इसे मध्य से उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय बनाया गया.
इससे विद्यालय में छात्र-छात्रओं की संख्या दोगुनी हो गयी, लेकिन संसाधन उपलब्ध न होने के कारण समस्याएं भी खड़ी हो गयीं. अब स्थिति यह है कि एक ही क्लास रूम में दो तरह की स्थिति देखने को मिलती है. विद्यालय की नौवीं कक्षा में कई विद्यार्थी बेंच-डेस्क पर बैठ कर पढ़ते हैं, तो वहीं कुछ छात्र दरी पर बैठते हैं. वजह शिक्षकों की अनुपलब्धता और बेंच-डेस्क की कमी है.
लैब में खराब हो रहे कंप्यूटर
विद्यालय में एक कंप्यूटर लैब है. इसमें सात कंप्यूटर हैं, लेकिन शिक्षक न होने की वजह से इनमें से तीन कंप्यूटर बंद पड़े हैं. चार पर विद्यालय का काम और विभिन्न विषयों के शिक्षकों की सहायता से बच्चों को थोड़ा-बहुत बताया जाता है. कंप्यूटर के लिए मिला जेनसेट (जेनरेटर) भी धूल फांक रहा है. वास्तव में पंखा आदि के लिए भी इसका उपयोग नहीं किया जाता, क्योंकि 15 मिनट में इस जेनसेट में एक लीटर ईंधन की खपत होती है.