जमशेदपुर: शहर के लोगों को एक बार फिर स्टांप पेपर की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. बस्तियों में जुस्को की जलापूर्ति का कनेक्शन लेने के लिए 50 रुपये के नन ज्यूडिशियल स्टंप पेपर पर एफिडेविट मांगा जा रहा है, इस कारण 50 रुपये के स्टांप पेपर की डिमांड ज्यादा हो गयी है. स्टांप पेपर की किल्लत से जलापूर्ति का कनेक्शन के लिए आवेदन देने में समस्या उत्पन्न हो रही है. कुछ बैंकों की ओर से ई स्टांप जारी किया जा रहा है, लेकिन बैंकों में भी व्यस्तता बता कर आज नहीं बाद में आने की बात कही जा रही है.
प्रभात खबर ने स्टंप पेपर की किल्लत जानने के लिए पुराना कोर्ट परिसर स्थित स्टांप वेंडरों की दुकानों का जायजा लिया. अधिकांश स्टंप वेंडरों द्वारा ट्रेजरी से नहीं मिलने के कारण 50 रुपये का स्टांप नहीं होने की बात कही गयी. बड़ के पेड़ के नीचे स्थित स्टांप वेंडर की एक दुकान से एक व्यक्ति को 50-50 का दो स्टांप मिला और उसके बाद एक व्यक्ति ने एक स्टांप पेपर की मांग की. दुकानदार द्वारा उसे आप किस्मत वाले हैं जो आपको एक स्टांप पेपर मिल गया.
एक ही स्टांप पेपर बचा होने की बात दुकानदार ने कही. इसके बाद एक अन्य व्यक्ति 50-50 का दो स्टांप पेपर लेने आया,दुकानदार द्वारा उसे खत्म होने की जानकारी दी गयी.
सिर्फ 50 का ही स्टांप पेपर मिल रहा है
ट्रेजरी से स्टांप वेंडरों को सिर्फ 50 रुपये का ही स्टांप पेपर निर्गत किया जा रहा है.जिला प्रशासन द्वारा सरकार को पत्र लिख कर 100 तथा 50 से कम का स्टांप पेपर आपूर्ति करने का आग्रह किया गया है. बताया जाता है कि जिले में ई स्टांप की सुविधा होने के कारण सरकार द्वारा स्टांप पेपर नहीं दिया जा रहा है.
स्टांप पेपर की किल्लत नहीं है: टीओ
कोषागार पदाधिकारी दीपक कुमार वर्मा ने बताया कि 50 रुपये के स्टांप की कमी नहीं है. बुधवार को आठ स्टांप वेंडरों को पर्याप्त संख्या में 50-50 के स्टांप पेपर दिये गये हैं तथा गुरुवार की शाम और वेंडरों को स्टांप पेपर दिया जायेगा. इसके बाद भी अगर कोई वेंडर 50 रुपये का स्टांप पेपर नहीं होने की बात कहता है तो कृत्रिम किल्लत उत्पन्न कर रहा है. जिले में ई स्टांप की सुविधा होने के कारण सिर्फ 50 रुपये का ही स्टांप पेपर मिल रहा है.
