जमशेदपुर: शहर के निजी स्कूलों ने बस सेवा शुरू करने में कई अड़चनें गिनायी हैं. जमशेदपुर अनएडेड स्कूल एसोसिएशन ने इसे प्रैक्टिकल नहीं माना है. अधिकांश स्कूलों ने अपनी आपत्ति सेफ क्लब के पास दर्ज करा दी है. साथ ही इलाकावार बच्चों की सूची सेफ क्लब को सौंप दी है. इस सूची के आधार पर सेफ क्लब द्वारा होमवर्क किया जा रहा है.
क्या है स्कूलों की आपत्ति
एसोसिएशन के महासचिव एपीआर नायर ने कहा कि एक स्कूल में 3000 से 3500 बच्चे हैं. उन्हें स्कूल तक लाने में 30 से 35 बस लगेंगे. किसी भी स्कूल के पास इतनी जमीन नहीं है कि एक साथ इतनी बस खड़ी हो सके.
इसके साथ ही हर महीने डीजल का रेट बढ़ रहा है. बस चलाने के दौरान स्कूलों की ओर से किराया तय किया जायेगा. इस पर नये सिरे से हंगामा शुरू किया जायेगा. श्री नायर ने कहा कि इससे साल भर स्कूल का माहौल खराब होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि अभिभावक, ऑटो वाले और प्रशासन से जुड़े लोग आपस में मिल कर प्रति ऑटो छात्र संख्या तय कर दें और उसका हर हाल में अनुपालन करें. इससे सारी समस्याओं का निदान हो जायेगा.