जमशेदपुर: ओड़िशा के खरकई और व्यंगबिल डैम का सभी फाटक बंद हो जाने के कारण खरकई का जल स्तर कम हो गया है जिससे बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है. दूसरी ओर चांडिल डैम के सभी 13 फाटक खोल कर रखा गया है जिसके कारण स्वर्णरेखा का जल स्तर खतरे के निशान के करीब है, हालांकि सभी प्रभावित क्षेत्रों से पानी निकल चुका है.
उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल ने बताया कि जिला प्रशासन ओड़िशा प्रशासन से लगातार संपर्क में है तथा वहां कितनी बारिश हो रही है और कब डैम खुल सकता है इसकी हर घंटे की रिपोर्ट ली जा रही है. रांची से लौटने के दौरान उपायुक्त सह प्रशासक ने स्वर्णरेखा परियोजना के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली.
गुरुवार को एडीसी गणोश कुमार, एडीएम अजीत शंकर, एसडीओ सुबोध कुमार,रेडक्रास के सचिव विजय सिंह, सिविल डिफेंस के पदाधिकारियों के साथ बागबेड़ा, जुगसलाई, कदमा, मानगो के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. सभी प्रभावित क्षेत्रों में सफाई और ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया जा चुका है. सिविल सजर्न के नेतृत्व में आठ सदस्यीय मेडिकल टीम गठित की गयी है. मेडिकल टीम ने बागबेड़ा, जुगसलाई और कदमा में कैंप कर प्रभावितों की चिकित्सीय जांच की और निशुल्क दवा प्रदान की.