जमशेदपुर: भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के बर्मामाइंस स्थित गोदाम से दो श्रमिक दिलीप महतो और इंत्याज अंसारी के तबादले के विरोध में बुधवार को एफसीआइ वर्कर्स यूनियन (जीएस जेना गुट) ने आठ घंटे कार्यालय व गोदाम के मेन गेट को जाम रखा.
तंबू गाड़कर प्रबंधन के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया. इससे दो हजार से अधिक स्कूलों के लिए मध्याह्न् भोजन मद के खाद्यान्न का उठाव नहीं हो सका. चाकुलिया से आये नौ ट्रक चावल को उतारा नहीं जा सका. वहीं एसएफसी के लिए खाद्यान्न का उठाव नहीं हुआ. डिपो प्रबंधक एच तिर्की ने अपने स्तर से मामले का निबटाने का प्रयास किया. मगर उन्हें सफलता नहीं मिली. तब इसकी सूचना एरिया मैनेजर, महाप्रबंधक, डीसी, एसडीओ, और राशनिंग अफसर को दी. डीसी के निर्देश पर राशनिंग अफसर ने एमओ राजेंद्र प्रसाद को भेजा. मगर श्रमिक दो माह पूर्व हटाये गये श्रमिकों को वापस लेने के मुद्दे पर अड़े रहे. साथ ही मजदूरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की सामूहिक घोषणा की. मजदूरों ने कहा कि वे रोजाना सुबह से शाम तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
‘ट्रांसफर वापसी तक लड़ाई’
मजदूर दिलीप महतो और इंत्याज अहमद अंसारी ने कहा कि वे एफसीआइ में गलत चीजों का विरोध करते रहे हैं. इसी वजह से दो माह पूर्व उनका ट्रांसफर कर दिया गया. आंदोलन होने पर डिपो प्रबंधक ने तबादला रोकने की बात कही थी. लेकिन वह बात सही नहीं निकली. उन्होंने आरोप लगाया कि अनलोडिंग के लिए 2100 रुपये मिलने का नियम है, लेकिन मजदूरों को 1100 रुपये ही मिलता है. विरोध करने पर मजदूरों का ट्रांसफर कर दिया जाता है. अथवा कतिपय आरोप लगा कर सस्पेंड कर दिया जाता है. नेता द्वय ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले की जानकारी यूनियन व स्थानीय प्रशासन को दे दी है. न्याय मिलने तक वह लड़ाई लड़ते रहेंगे.