तीसरा फर्नेस बनने से अंतिम संस्कार करने वालों को लाइन लगने की परेशानी नहीं होगी. यह तीसरा फर्नेस पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बेहतर है. इसकी खासियत के बारे में विश्वनाथ राय ने बताया है कि इससे निकलने वाला पानी का फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके बगल में दो सोक पीट बनाया गया है, जिसके जरिये पानी का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा और ग्राउंड वाटर रिचार्ज हो सकेगा. अंतिम संस्कार के बाद यहां पानी का इस्तेमाल किया जाता है. लिहाजा, इसकी नयी सुविधा शुरू की गयी है. अंतिम संस्कार के दौरान हवा में कार्बन नहीं उड़े, इसकी व्यवस्था की गयी है. इससे वातावरण को प्रदूषण से बचाया जा सकेगा. इसके लिए हाइ परफॉर्मेस सिस्टम को लगाया गया है. इसकी चिमनियों को दुरुस्त किया गया है.