जमशेदपुर: टाटा स्टील के वेज रिवीजन पर वार्ता पांच और 10 साल की अवधि के बीच लटक गयी है. कंपनी प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच हुई वार्ता में प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि वह 10 वर्ष के लिए समझौता करना चाहता है. हालांकि, पहले सात साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया गया था. वहीं, यूनियन ने कहा कि पांच साल से ज्यादा का समझौता नहीं हो सकता है.
वेज रिवीजन समझौते को लेकर तीन राउंड की बैठक हो चुकी है. इन बैठकों में कंपनी ने अपनी बातें ही रखी हैं. प्रबंधन का कहना है कि मंदी की स्थिति में पिछली बार की तरह ज्यादा पैसा नहीं बढ़ाया जा सकता है.
पांच साल का समझौता नहीं किया जा सकता है. इस पर यूनियन का कहना है कि अगर समय बढ़ाना चाहते हैं तो एमजीबी 21.5 फीसदी से ज्यादा किया जाये. इसके बाद ही कोई बातचीत होगी. उधर, यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह अपने गांव चले गये हैं. उनके मंगलवार को लौटने की उम्मीद है. एमडी के साथ 22 अगस्त को कमेटी मेंबरों की बैठक है. इस बैठक के बाद वेज रिवीजन पर वार्ता तेज होगी.