जमशेदपुर: जिला मुख्यालय सभागार में सोमवार को 73 दुकानों की बंदोबस्ती की गयी. कुल 58 समूह में से 25 समूह की ही सोमवार को बंदोबस्ती हो सकी. उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल, एडीसी सुनील कुमार व सहायक उत्पाद आयुक्त अरविंद कुजूर की उपस्थिति में लॉटरी से शराब दुकानों की बंदोबस्ती हुई.
इसके लिए जिला मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गयी थी. कुल 161 दुकानों के 58 समूह में से 26 समूह की दुकानों की बंदोबस्ती के लिए आवेदन जमा हुए थे. इस दौरान घाटशिला की तीन दुकानों के लिये (समूह संख्या 47) आवेदक नहीं पहुंचे, इस कारण 25 समूह की 73 दुकानों की ही बंदोबस्ती हुई. इससे सरकार को 3 करोड़ 66 लाख 59 हजार 716 रुपये का राजस्व मिलेगा. सरकार ने 161 दुकानों के लिए 92.81 करोड़ रुपये लाइसेंस फीस निर्धारित की है. बंदोबस्ती लेने वाले को एक महीने की सुरक्षित जमा राशि और दो महीने की लाइसेंस फीस अग्रिम जमा करनी होगी. इन लोगों एक अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2016 तक के लिए लाइसेंस निर्गत किया जायेगा.
राज्य में सबसे ज्यादा लाइसेंस फीस जमशेदपुर की
सूत्रों के अनुसार सरकार द्वारा तय की गयी जमशेदपुर की लाइसेंस फीस रांची और धनबाद से काफी ज्यादा है. इस कारण बंदोबस्ती लेने के लिए दुकानदार कम आ रहे हैं और बंदोबस्ती में समस्या आ रही है. रांची मेन रोड की दुकान की राशि जहां पांच लाख रुपये है, वहीं जमशेदपुर में सात लाख रुपये तय है.