जमशेदपुर: जेम्को,आजादबस्ती में दो मार्च की रात कैरेज कॉलोनी के संजय बेटा और उसके साथी पिंटू कुमार की हत्या मामले के आरोपी मिथुन को टेल्को पुलिस ने रविवार को एमजीएम अस्पताल के वार्ड नंबर 14 से गिरफ्तार किया है. सोनारी पुलिस ने 7 मार्च की शाम छह बजे मेरीन ड्राइव से लहूलुहान हालत में मिथुन को अस्पताल में भरती कराया था. रविवार को सुबह टेल्को पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी.
मिथुन ने अपने दोनों हाथों की नस काट कर और फिनाइल पी कर आत्महत्या का प्रयास किया. उसने एक सुसाइडल नोट भी लिखा है, जिसमें उसने अपने को निदरेष बताया है.
मिथुन के मुताबिक वह निदरेष है तथा जेम्को में संजय और उसके साथी प्रेम की हत्या से उसका कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस उसके परिवार को परेशान कर रही थी, इस वजह से उसने आत्महत्या की कोशिश की. उसने कहा कि पुलिस जांच करे, यदि वह दोषी है तो सजा भुगतने को तैयार है. मालूम हो कि हत्याकांड के संबंध में टेल्को थाना में संजय बेटा के चाचा नारायण सिंह के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कराया गया है.
मारपीट हुई थी और वह लौट गया था
मिथुन ने पत्रकारों को बताया कि दो मार्च की रात पौने नौ बजे के लगभग वह बोलेरो गाड़ी से रवि, विनोद, मोनी दास और भतीजा जीतू के साथ बर्मामाइंस चूना भट्ठा मैदान गया. वहां पर संजय बेटा के चाचा नारायण सिंह उर्फ छोटू से 20 हजार रुपये मांगे. जिसके बाद विवाद हो गया. वहां छोटू के साथी संतोष वर्मा ने बीच बचाव किया, जिसके बाद सभी बोलेरो से वापस लौटने लगे. पीछे से छोटू ने साथियों के साथ बोलेरो पर पथराव किया, लेकिन वह सीधे गोलमुरी गाड़ाबासा पहुंचा.
रात साढ़े नौ बजे विनोद अपनी पल्सर से मोनी दास और रवि को छोड़ने के लिए जेम्को, आजादबस्ती गया. जहां पर संजय बेटा और पिंटू कुमार की हत्या की सूचना उसे मिली. उसने बोलेरो दोस्त बाराद्वारी के मुकेश तिवारी को रखने दी और पारडीह काली मंदिर के पास से ट्रक पकड़कर पुरुलिया चला गया. पुलिस ने दो मार्च को उसके पिता रामाधार प्रसाद को उठा लिया, जिसकी सूचना उसे मिली. वह पुरुलिया में चार दिनों तक रहा. पुरुलिया बड़ा बाजार से फिनाइल व ब्लेड खरीदा. बड़ा बाजार से गाड़ी (छोटा हाथी) बुक कराकर सोनारी मेरीन ड्राइव पहुंचा और नस काटने के बाद फिनाइल पी ली. इसके पुलिस उसे अस्पताल लायी.
घटना के दिन भी दुकान आया था संजय
मिथुन ने बताया कि उसका आरडीटाटा के पास वाशिंग का काम चलता है. दो मार्च की शाम में संजय बेटा उसकी दुकान में आया था तथा कुछ देर बैठ कर चला गया. उसने बताया कि संजय बेटा और चाचा छोटू के बीच विवाद चल रहा है. छोटू का रेलवे यार्ड में कर्मचारियों की मदद से अवैध कोयला और आयरन चोरी करने का काम चलता है. उसके (मिथुन) रहने से काम बाधित होता है.
‘‘पुलिस दबिश के कारण मिथुन ने नाटकीय तरीके से अपनी गिरफ्तारी दी है. सोनारी में आत्महत्या का प्रयास कर एमजीएम अस्पताल में भरती हो गया. सोनारी पुलिस द्वारा रविवार को सुबह मिथुन के बारे में जानकारी दी गयी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. वहीं फरार मोनी दास, रवि, जीतू समेत अन्य की तलाश में छापामारी चल रही है. -कमलेश्वर पांडेय, थाना प्रभारी टेल्को.