जमशेदपुर: टाटा पावर के तिरुलडीह प्रोजेक्ट का प्रस्ताव वन विभाग ने खारिज करते हुए नये सिरे से प्रस्ताव सौंपने को कहा है. टाटा पावर की ओर से दिये गये प्रस्ताव में प्रोजेक्ट का कुछ हिस्सा हाथियों के अभ्यारण्य दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के आसपास क्षेत्र को प्रभावित कर रहा था. टाटा पावर की योजना थी […]
जमशेदपुर: टाटा पावर के तिरुलडीह प्रोजेक्ट का प्रस्ताव वन विभाग ने खारिज करते हुए नये सिरे से प्रस्ताव सौंपने को कहा है. टाटा पावर की ओर से दिये गये प्रस्ताव में प्रोजेक्ट का कुछ हिस्सा हाथियों के अभ्यारण्य दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के आसपास क्षेत्र को प्रभावित कर रहा था.
टाटा पावर की योजना थी कि 12-18 माह में प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाये. अब नये सिरे से प्रस्ताव सौंपने पर प्रोजेक्ट शुरू होने में देर सकती है. सूत्रों के अनुसार वन विभाग की जांच में पाया गया कि तिरुलडीह प्रोजेक्ट नदी सहित हाथियों के आने-जाने के रास्ते को भी प्रभावित कर रहा है.
इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के बाद टाटा पावर को नोटिस किया गया था. इसपर समीक्षा के बाद टाटा पावर ने वन विभाग को जवाब सौंपा, जिसे वन विभाग ने असंतोषजनक पाया. इसके बाद वन विभाग ने यह कार्रवाई की है. गौरतलब हो कि 1800 मेगावाट बिजली उत्पादन होने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए झारखंड में टाटा पावर और हिंडाल्को को संयुक्त रूप से कोल ब्लॉक आवंटन किया गया है.
नये प्रोजेक्ट पर होगा विचार
पुराने प्रोजेक्ट में कुछ त्रुटियां थीं, उन्हें दूर करने के लिए पुराने प्रस्ताव को बदलने और नया प्रोजेक्ट बनाकर देने को कहा गया है. इसके बाद आवश्यक कदम उठाया जायेगा. -सत्यजीत सिंह, वन संरक्षक, जमशेदपुर