रांची से आने वाली टीम शहर पहुंच कर बिष्टुपुर, मानगो, सिदगोड़ा में प्रस्तावित स्थल का मुआयना कर उसे अंतिम रूप देगी. इससे पूर्व 2006 में डिमना लेक के पास मैदान में झामुमो का महाधिवेशन हुआ था. रांची की टीम में सुप्रियो भटटाचार्य और विनोद शामिल होंगे.
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शहर में होगा झामुमो का महाधिवेशन
जमशेदपुर: झारखंड मुक्ति मोरचा का तीन दिवसीय महाधिवेशन जमशेदपुर में होगा. पार्टी ने इसके लिए तिथि का ऐलान तो कर दिया है, लेकिन यह कहां होगा, इसका स्थल चयन करने के लिए केंद्रीय कमेटी की एक टीम 24 फरवरी को जमशेदपुर आयेगी. आठ से दस अप्रैल तक होने वाले महाधिवेशन के लिए पहले गोपाल मैदान […]
जमशेदपुर: झारखंड मुक्ति मोरचा का तीन दिवसीय महाधिवेशन जमशेदपुर में होगा. पार्टी ने इसके लिए तिथि का ऐलान तो कर दिया है, लेकिन यह कहां होगा, इसका स्थल चयन करने के लिए केंद्रीय कमेटी की एक टीम 24 फरवरी को जमशेदपुर आयेगी.
आठ से दस अप्रैल तक होने वाले महाधिवेशन के लिए पहले गोपाल मैदान के नाम पर चर्चा हुई, लेकिन गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए उस स्थल को खारिज कर दिया गया. वहीं, अब यह तय हुआ है कि महाधिवेशन जहां भी होगा, वहां वातानुकूलित व्यवस्था होगी.
महाधिवेशन से पहले गठित होंगी कमेटियां : महाधिवेशन से पहले जमशेदपुर में सभी कमेटियों का गठन किया जायेगा. जमशेदपुर जिला कमेटी के अधीन 15 प्रखंड, नगर व अक्षेस कमेटियां आती हैं. इनमें से सिर्फ चार में विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी प्रक्रिया पूरी की गयी. जबकि, बाकी में विस चुनाव के बाद प्रक्रिया पूरी किये जाने की बात कहते हुए अभियान को स्थगित कर दिया गया था. जिन चार प्रखंड कमेटियों में अध्यक्ष चुने गये हैं, वे हैं मुसाबनी, डुमरिया, जमशेदपुर प्रखंड व पटमदा. विधानसभा चुनाव के ठीक पहले जिलाध्यक्ष रहे रमेश हांसदा द्वारा इस्तीफा देने के बाद झायुमो के जिलाध्यक्ष महावीर मुमरू को जिला कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया. वहीं, जिला कमेटी, नगर कमेटी, अक्षेस व प्रखंड कमेटियों के अलावा मंच- मोरचा की कमेटियों का भी गठन किया जाना है.
जिलाध्यक्ष पद के लिए रामदास-बाबर का नाम
महाधिवेशन से पहले जिलाध्यक्ष पद पर भी केंद्रीय कमेटी किसी को बहाल करना चाहती है. पिछले कुछ दिनों से केंद्रीय कमेटी जिले के पार्टी नेताओं से जिलाध्यक्ष के नाम पर रायशुमारी कर रही है. इस पर कुछ पार्टी नेताओं ने रामदास सोरेन तो कुछ ने बाबर खान का नाम आगे किया है. अब तक झामुमो जिला कमेटी के अध्यक्ष का पद आदिवासी के नाम पर ही आरक्षित रहा है. रामदास सोरेन को जहां चंपई सोरेन का समर्थन प्राप्त है, वहीं आम कार्यकर्ताओं के बीच संगठनकर्ता के रूप में बाबर खान के नाम की चर्चा है.
‘‘जरूरी नहीं है कि जिलाध्यक्ष का पद रिजर्व ही रखा जाये, पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व यह तय करेगा कि बेहतर क्या हो सकता है. अध्यक्ष पद के लिए कुछ नाम और मिले हैं, इन पर विचार कर जो बेहतर होगा, वह किया जायेगा. सुप्रियो भट्टाचार्या, केंद्रीय महासचिव, झामुमो
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