जमशेदपुर: टाटा स्टील कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन के पूर्व चीफ चारुदत्ता देशपांडे के करीब एक हजार इ-मेल को मुंबई क्राइम ब्रांच खंगालने में जुटी हुई है. सभी इ-मेल उनके पर्सनल कंप्यूटर में मिले हैं, जिनकी तफ्तीश की जा रही है. चारुदत्ता देशपांडे के मामले में मुंबई प्रेस क्लब के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर हिमांशु राय से बातचीत की और अब तक की तफ्तीश की जानकारी ली.
प्रेस क्लब के सचिव और फोर्ब्स इंडिया के संस्थापक संपादक रहे इंद्रजीत गुप्ता ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि मुलाकात के दौरान यह बताया गया है कि चारुदता देशपांडे द्वारा लिखे एक पत्र में यह बातें सामने आयी हैं कि कुछ लोगों द्वारा कुछ दिनों और कुछ माह से लगातार उसका शोषण किया जा रहा था, जिस कारण उन्होंने आत्महत्या की. उन लोगों को श्री राय ने बताया कि टाटा स्टील के जमशेदपुर हेड क्वार्टर से श्री देशपांडे का कंप्यूटर बरामद किया गया है, जिसमें एक हजार ई मेल हैं. इसके अलावा यह भी बताया गया है कि कॉरपोरेट अफेयर्स से जुड़े कई पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गयी है. करीब 47 लोगों से पूछताछ करने की बातें सामने आयी है. श्री राय ने यह जरूर कहा है कि आत्महत्या का कारण कहीं से भी पारिवारिक नहीं है.
यह कामकाज से ही जुड़ा हुआ मामला है. हिमांशु राय ने बताया है कि वे (चारुदत्ता देशपांडे) आइएल 2 स्तर के पदाधिकारी थे, लेकिन उनके प्रोबेशन (ट्रेनिंग) का वक्त बीतने के बावजूद उनकी नौकरी को कंफर्म नहीं किया गया था. हिमांशु राय ने प्रतिनिधिमंडल को बताया है कि मई माह में जब कंपनी को श्री देशपांडे ने छोड़ा था, उसके पहले वे काफी नर्वस हो चुके थे. ट्रैवल से संबंधित उनके 36 आग्रह में से सिर्फ दो आग्रह ही स्वीकार किये गये थे. शेष आग्रह को नकार दिया गया था. फरवरी माह में फोर्ब्स इंडिया में छपे एक आर्टिकल के बाद से उन पर दबाव ज्यादा बढ़ गया था. हिमांशु राय ने कहा है कि जल्द अनुसंधान पूरा होगा.