जमशेदपुर: को-ऑपरेटिव कॉलेज बीएड में सत्र 2012-13 में भी एडमिशन में गड़बड़ी की शिकायत प्रकाश में आयी है. कॉलेज में मेधा सूची के आधार पर 69 नामांकन के बाद शेष 31 सीटों पर भी दाखिला लिया गया है. बावजूद उन 31 विद्यार्थियों का कोल्हान विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका, जबकि एडमिशन के लिए उन छात्र-छात्राओं से प्राप्त 27-27 हजार रुपये (कुल लगभग 8 लाख से अधिक) के बैंक ड्रॉफ्ट कॉलेज के एकाउंट में डाल दिये गये हैं. अब स्थिति यह है कि वे विद्यार्थी परीक्षा फार्म भरने से भी वंचित हैं, जबकि परीक्षा छह अगस्त से आरंभ हो रही है.
इन विद्यार्थियों में कुछ अब कानून का सहारा लेने की तैयारी में हैं. एक विद्यार्थी ने फिलहाल नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह कॉलेज के प्राचार्य व संबंधित लिपिक के खिलाफ मामला दर्ज करायेगा. चूंकि ड्रॉफ्ट व सारे कागजात उसने लिपिक के पास ही जमा किया है, इसलिए उन्हें भी इस मामले में दोषी मानता है.
परीक्षा के समय टीचिंग प्रैक्टिस
कॉलेज में बीएड की स्थिति वैसे भी अजीब है. अब जबकि परीक्षा सिर पर है, 69 छात्र–छात्राओं को टीचिंग प्रैक्टिस कराया जा रहा है. टीचिंग प्रैक्टिस जबकि कुछ महीने पूर्व ही पूरी हो जानी चाहिए थी. छात्र टीना ने बताया कि अब परीक्षा की तैयारी के समय टीचिंग प्रैक्टिस करायी जा रही है. परीक्षा से पांच दिन पूर्व रिवीजन का समय मिलेगा. ऐसे में हमें परेशानी होगी.