जमशेदपुर: झारखंड के मुख्य कारखाना निरीक्षक अवधेश सिंह ने कहा कि कारखाने में ठेका व स्थायी मजदूरों के लिए दोहरी व्यवस्था (अलग-अलग) नहीं होनी चाहिए. ‘प्रभात खबर’ के साथ अपने कार्यालय में विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक स्थायी व ठेका मजदूरों के बीच सिर्फ वेतन का अंतर होगा.
उन्होने कहा कि कंपनी में ठेका,स्थायी व पदाधिकारियों की संख्या 300 होगी वहां तीनो शिफ्ट में एक डॉक्टर व दो पारा मेडिकल स्टाफ की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए.
दो कंपनी यदि एक ही जगह या एक ही कैंपस में हैं तब भी उन्हें अलग-अलग सारी सुविधा उपलब्ध करवानी है न कि दूसरे कंपनी की व्यवस्था को दिखाकर अपनी जिम्मेवारी से अलग हो सकते हैं.