जमशेदपुर: कोल्हान की 14 सीटों में इस बार बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला. पूर्वी सिंहभूम की छह सीटों में से पांच सीटों पर भाजपा गंठबंधन ने जीत दर्ज कर इज्जत बचायी, वहीं पश्चिमी सिंहभूम में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया.
कोल्हान के 14 विस सीटों में भाजपा जहां वर्ष 2009 के मुकाबले एक सीट के नुकसान में रही, वहीं झामुमो तीन सीट के फायदे में रहा. वहीं जभासपा और आजसू ने अपनी सीटें बरकरार रखीं, तो कांग्रेस की एकमात्र सीट भी हाथ से फिसल गयी.
सरायकेला-खरसावां जिला से पूर्व मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार कहलाने वाले अजरुन मुंडा खरसावां से हार गये. उन्हें झामुमो की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे दशरथ गागराई ने 11,966 मतों से पराजित किया. इसके पूर्व झाविमो की टिकट पर खरसावां से कृष्णा गागराई को अजरुन मुंडा ने उप चुनाव में पराजित किया था.
पश्चिम सिंहभूम में झामुमो को चार सीट
इस बार पूर्वी सिंहभूम जिले में भाजपा दो सीटें बढ़ाने में कामयाब रही. भाजपा ने जमशेदपुर पश्चिम सीट कांग्रेस से और घाटशिला सीट झामुमो से छीनी. वहीं जमशेदपुर पूर्वी और पोटका सीट बचाने में कामयाब रही. पश्चिम सिंहभूम जिले में भाजपा को जोर का झटका लगा है. चाईबासा सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे राज्य के पूर्व गृह सचिव जेबी तुबिद को झामुमो विधायक दीपक बिरुआ ने हराया. मंझगांव सीट से चुनाव लड़ रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को हार का मुंह देखना पड़ा है. उन्हें झामुमो प्रत्याशी निरल पूर्ति ने पराजित किया. यह सीट भाजपा की थी. 2009 में भाजपा ने इस सीट को झामुमो से छीना था. भाजपा को मंझगांव सहित मनोहरपुर और चक्रधरपुर में भी हार का मुंह देखना पड़ा है. भाजपा के मनोहरपुर से प्रत्याशी गुरुचरण नायक को झामुमो की जोबा मांझी और चक्रधरपुर से झामुमो के शशि सामद ने नवमी उरांव को पराजित कर यह सीट भाजपा से छीना. यह सीट भाजपा के लक्ष्मण गिलुवा के इस्तीफा के बाद खाली हुई थी.