जमशेदपुर: जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज मैदान परिसर के बाहर मंगलवार सुबह से ही उत्सव सा माहौल था. भाजपा, कांग्रेस, झामुमो, आजसू पार्टी, झाविमो और झापीपा के कैंप में कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखायी पड़ रही थी. इसके अलावा अन्य प्रत्याशी भी अपने कुछ समर्थकों के साथ घूम रहे थे.
जमशेदपुर पूर्वी से भाजपा प्रत्याशी रघुवर दास, जमशेदपुर पश्चिम से सरयू राय और घाटशिला से लक्ष्मण टुडू के पहले ही राउंड से बढ़त मिलने की घोषणा से जहां भाजपा खेमे में जश्न का मौका मिला, वहीं पोटका से भाजपा प्रत्याशी मेनका सरदार, बहरागोड़ा से प्रत्याशी डॉ दिनेशानंद गोस्वामी और जुगसलाई से भाजपा के सहयोगी रामचंद्र सहिस के पहले चरण में पिछड़ने के बाद भी समर्थकों का जोश कायम था. भाजपा के पक्ष में जब पांच विधान सभा का स्कोर कार्ड आया तो जमकर डंका-बाजा बजने लगा और अबीर-गुलाल उड़े.
जमशेदपुर पश्चिम के भाजपाइयों में ज्यादा उत्साह
जमशेदपुर पूर्वी से कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी की जीत के प्रति आश्वस्त थे, लेकिन पश्चिम सीट को इस बार प्रतिष्ठा की सीट के रूप में देखा जा रहा था. भाजपा नेता राजकुमार सिंह, आनंद, आफताब अहमद सिद्दकी, मनोज सिंह, विकास सिंह, सुरंजन राय, मुकुल मिश्र, कमल किशोर, रुपेश झा, ललन द्विवेदी, राजहंस तिवारी, मनोरंजन दास, जितेंद्र मिश्र सुबह पौने सात बजे ही मतगणना स्थल पहुंच गये थे. भाजपा प्रत्याशी सरयू राय को मिल रही बढ़त से सभी उत्साहित थे. उन्हें उम्मीद थी कि मानगो पुल पर पार करते-करते बढ़त 35 हजार पार हो जायेगी.16वें राउंड में आजाद बस्ती में 40 हजार की लीड लेकर सरयू राय घुसे थे, लेकिन उन्हें अंतिम चार चक्र में बन्ना की तुलना में उन्हें नहीं के बराबर वोट मिले, जिसके कारण मतों का अंतर कम हुआ. अंतिम रूप से जीत की खुशी भाजपा खेमे को मिली. सरयू राय सर्किट हाउस स्थित अपने सहयोगी के घर पर लगातार टीवी पर नजर बनाये हुए थे. जीत की जानकारी मिलने के बाद वे कार्यकर्ताओं से मिलने निकले और जश्न में शामिल हुए. इसके बाद वे मतगणना स्थल में विजेता का प्रमाण पत्र पाने के लिए चले गये. भाजपा प्रत्याशी रघुवर दास के समर्थन में दिनेश कुमार, शैलेंद्र रारय, हरिकिशोर तिवारी, कुलवंत सिंह बंटी, हरेराम यादव, डीडी त्रिपाठी, मंजीत सिंह, अप्पा राव, विपिन कुमार के अलावा अन्य काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता लगातार जश्न में डूबे हुए थे.
लगातार पिछड़ती रही मेनका, अंत में जीत मिली
पोटका से भाजपा प्रत्याशी मेनका सरदार लगातार पिछड़ रही थी, लेकिन वहां मौजूद भाजपा नेता योगेश मलहोत्र, संदीप शर्मा बॉबी, राणा डे, धनंजय उपाध्याय आश्वस्त थे कि 14 राउंड के बाद निर्णायक बढ़त मिलेगी. करनडीह पार करने के बाद जब कीताडीह-बागबेड़ा की बारी आयी तो मेनका को लगातार बढ़त मिलती गयी, अंतत वहीं से जीत हासिल हुई.
शुरू में पिछड़ने के बाद संभले रामचंद्र सहिस
रामचंद्र सहिस के समर्थन में कन्हैया सिंह, संजय सिंह लगातार सक्रिय दिख रहे थे. शुरुआत में पिछड़ने के बाद भी उन्हें भरोसा था कि जीत आजसू की होगी और अंत में हुआ ऐसा ही.