देश के साथ–साथ जमशेदपुर की भी जनसंख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले एक दशक में बढ़ती जनसंख्या के कारण कई समस्याएं बढ़ी हैं. मसलन, बेरोजगारी चरम पर है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है तो सड़क पर गाड़ियां भी बेतहाशा बढ़ी हैं.
इस सबसे अलग आपराधिक वारदातों को पहले से ज्यादा अंजाम दिया जा रहा है. महंगाई ने तो जनता का जीना ही दूभर कर दिया है. खाद्यान्न की कीमतें 100 फीसदी से भी अधिक बढ़ गयी हैं. गत 10 वर्षो में जमशेदपुर की आबादी 1.83 लाख बढ़ी है. इस रफ्तार से आने वाले दस वर्षो में यहां की आबादी 14.5 लाख हो जायेगी.
प्रस्तुत है एक रिपोर्ट :-
जमशेदपुर : 2001 और 2011 की जनगणना रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 10 वर्षो में जमशेदपुर की आबादी में 183387 की वृद्धि हुई है. 2001 में शहर की आबादी 10,91,204 थी जो 2011 में बढ़ कर 12,74,591 हो गयी. अगर जनसंख्या वृद्धि दर यही रही तो अगले 10 वर्षो में जमशेदपुर शहरी क्षेत्र की आबादी 14,57,978 हो जायेगी.
जिस दर से शहर की आबादी बढ़ रही है उससे ट्रैफिक बोझ, रहने के स्थान व इलाज की समस्या समेत पूरे शहर की प्लानिंग पर असर पड़ रहा है. गत 10 वर्षो में 1.83 लाख आबादी बढ़ने के कारण पूर्व के 10 वर्षो की तुलना में इसका असर देखने को मिल रहा है. जानकारों के अनुसार सरकारी योजनाओं पर जनसंख्या वृद्धि का बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है.