जमशेदपुर: शहरवासी वर्ष 2014 को मखमली आवाज में पेश गजलों की सुरमई बानगी के साथ विदा करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं. गुजरते साल को यह तोहफा मिलेगा अपनी गायकी से बहुत कम उम्र में ही ‘गजलों के राजकुमार’ का खिताब हासिल करने वाले रंजीत सिंह रजवाड़ा की गायी गजलों के माध्यम से, जिसके लिए वे जमशेदपुर पधार रहे हैं. ड्रीम टीम इवेंट मैनेजमेंट आगामी 28 दिसंबर को राजेंद्र विद्यालय प्रेक्षागृह में रंजीत सिंह रजवाड़ा की गजलों की शाम का आयोजन कर रही है.
‘जश्न-ए-गजल’ के नाम से आयोजित हो रही उक्त गजल संध्या की चर्चा शहर के विभिन्न इलाकों में अभी से ही लोग करने लगे हैं, जिसका माहौल बन रहा है उक्त कार्यक्रम के प्रचार के लिए शहर के विभिन्न भागों में घूम रहे प्रचार वाहनों से होने वाली घोषणाओं से. रंजीत की सबसे बड़ी खूबी लोगों के लिए यह भी है कि वे दशकों तक लोगों के प्रिय रहे गजल गायक जगजीत सिंह की गजलों को बिल्कुल उनके अंदाज और उनकी शैली में हू ब हू प्रस्तुत करने में महारत हासिल कर चुके हैं.
यही नहीं मात्र 7 वर्ष की उम्र में संगीत सीखना शुरू करने वाले रंजीत सिंह रजवाड़ा के विविध पुरस्कार जीतने एवं खिताबों से सम्मानित किये जाने के कारण उनकी लोकप्रियता उनसे पहले ही जमशेदपुर वासी संगीत प्रेमियों तक पहुंच चुकी है. याद रहे कि रंजीत सिंह रजवाड़ा को अब तक पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से बालश्री पुरस्कार मिलने के साथ ही सारेगामापबा 2010 के फाइनल तक पहुंचे, ‘फ्यूचर गजल सिंगर’ के पुरस्कार के अलावा एआर रहमान द्वारा बेस्ट सिंगर का पुरस्कार प्राप्त किया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से पुरस्कृत होने के अलावा वे स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के अलावा आशा भोसले, एआर रहमान जैसे कलाकार भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं. पंकज उधास से प्रशंसा पाने के साथ ही वे भूपेंद्र-मिताली, तलत अजीत, पीनाज मसानी, हुसैन बंधुओं आदि के साथ भी प्रस्तुतियां दे चुके हैं.